शेख रेहान KHANDWA. नेताओं के वादों और उन्हें पूरा नहीं करने की आदत से परेशान लोगों ने विरोध का अनोखा तरीका अपनाया। वे जनसुनवाई में उस शिलान्यास बोर्ड को लेकर पहुंच गए जिसपर किये जाने वाले विकास कार्य को भूमिपूजन के बाद अंकित किया गया था।
जनसुनवाई में चौंक गए अफसर
कलेक्टोरेट में चल रही जनसुनवाई में जिले भर के अधिकारियों के बीच तीरंदाजपुर गांव के ग्रामीण पुलिया निर्माण का शिलान्यास बोर्ड लेकर पहुंच गए। ग्रामीणों ने कहा कि जो बोर्ड वे लेकर आए हैं उस पर लिखे काम का भूमिपूजन विकास यात्रा के दौरान विधायक द्वारा किया गया था। ग्रामीणों ने कहा कि जब विकास कार्य का भूमिपूजन हो चुका है तो काम शुरू क्यों नहीं किया जा रहा है। ग्रामीणों का इस तरह का प्रदर्शन देखकर अफसर भी चौंक गए।
बारिश में नहीं होगा काम
तीरंदाजपुर के ग्रामीणों का कहना है कि विधायक देवेंद्र वर्मा विकास यात्रा लेकर आए थे। 4 महीने पहले 9 फरवरी को पुलिया निर्माण के लिए भूमि पूजन हुआ था। 14 लाख 97 हजार से इस पुलिया का निर्माण होना था। मनरेगा योजना में राशि भी स्वीकृत हुई है। लेकिन, अब तक काम शुरू ही नहीं हुआ है। जबकि बारिश शुरू होने वाली है। पुलिया नहीं होने से हर बार गांव और खेत का संपर्क टूट जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि कुछ ही दिनों में बारिश शुरू होनी है और काम शुरू नहीं हुआ है। बारिश के मौसम में काम शुरू नहीं हो सकेगा। ग्रामीण इसे चुनाव के पहले कराया गया डमी शिलान्यास मान रहे हैं।
फाइलें टलोल रहे अफसर
ग्रामीणों के अनोखे प्रदर्शन के बाद अफसर भी इस मामले की फाइलें टटोलने में जुटे हुए हैं। उनका कहना है कि ग्रामीणों ने काम पूरा करने की मांग की है। इस संबंध में हम नियमानुसार कार्रवाई करेंगे। द सूत्र ने जब इस बारे में अफसरों से बात की तो वे जवाब देने से बचते नजर आए। पुलिया का निर्माण कब होगा यह अब भी स्पष्ट नहीं है।
फरवरी महीने में विकास यात्रा चला कर बीजेपी ने प्रदेश भर में बड़ी संख्या में विकास कार्यों का भूमिपूजन किया था। इस दौरान हर जिले के गांव-गांव तक नए-नए कार्य कराने की घोषणाएं की गई थीं।
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