Imphal. मणिपुर की राजधानी इंफाल में एक बार फिर हिंसा भड़क गई है। इंफाल के न्यू चेकॉन इलाके में मैतेई और कुकी समुदाय के बीच सोमवार (22 मई) की दोपहर जमकर मारपीट हुई। राजधानी के बाजार में एक जगह को लेकर दोनों समुदायों के बीच झड़प शुरू हुई, जिसने देखते ही देखते भीषण रूप ले लिया। जिसके बाद इंफाल में दोबारा कर्फ्यू लगा दिया गया है और सेना को बुला लिया गया है।
दो समुदायों में संघर्ष, फिर हिंसा
देश के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर की राजधानी इंफाल में फिर मारपीट, पत्थरबाजी हो गई है। स्थिति को देखते हुए शहर में दोबारा कर्फ्यू लगा दिया गया है और सेना को वापस बुला लिया गया है। हिंसा प्रभावित शहर में कई दिनों की शांति के बाद आज सोमवार (22 मई) की दोपहर फिर से दोनों समुदायों में संघर्ष हो गया और फिर हिंसा भड़क गई।
#WATCH | Abandoned houses set ablaze by miscreants in New Lambulane area in Imphal in Manipur. Security personnel on the spot. pic.twitter.com/zENI5nuMyM
— ANI (@ANI) May 22, 2023
मणिपुर में महीनेभर से अधिक से जातीय संघर्ष
बता दें कि मणिपुर एक महीने से अधिक समय से कई मुद्दों के कारण जातीय संघर्षों झेल रहा है। इसी महीने की शुरुआत में पहाड़ी राज्य में तब झड़पें शुरू हुई थीं, जब आदिवासियों ने अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मांग के विरोध में 3 मई को एकजुटता मार्च निकाला था। एक सप्ताह से अधिक समय से चली हिंसा में 70 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। हिंसा प्रभावित इलाकों में उपद्रवियों ने करोड़ों की सरकारी संपत्ति को आग लगा दी थी। हिंसा की वजह से हजारों लोगों को अपने घरों को छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा था।
हालात पर काबू करने सेना तैनात
पूर्वोत्तर राज्य में हालात काबू में करने के लिए सेना तथा अर्द्धसैनिक बलों के करीब 10,000 कर्मियों को तैनात करना पड़ा। हिंसा की शुरुआत आरक्षित वन भूमि से कुकी ग्रामीणों को बेदखल करने के बाद कई छोटे-छोटे आंदोलन हुए, जिसके बाद झड़पें हुईं।
मणिपुर में मैतेई समुदाय की आबादी लगभग 53 प्रतिशत है और ये ज्यादातर इंफाल घाटी में रहते हैं। जनजातीय समुदायों-नगा और कुकी समेत अन्य की आबादी करीब 40 प्रतिशत है और वे पहाड़ी जिलों में निवास करते हैं।