AKOLA. महाराष्ट्र के अकोला में शनिवार (13 मई) को दो समुदायों में हिंसक झड़प हो गई। जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक अकोला के ओल्ड सिटी इलाके में मामूली बात पर दो समुदाय में पत्थरबाजी हुई थी। जिसके बाद उपद्रवियों ने कई वाहन जला दिए। इस उपद्रव में आठ लोग घायल हो गए। पुलिस ने 30 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। शहर में धारा 144 लागू कर दी गई है।
घायलों में दो पुलिसकर्मी भी
अकोला एसपी संदीप घुघे ने बताया कि, पत्थरबाजी में 8 लोग घायल हुए हैं, जिसमें दो पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। रविवार (14 मई) को घायल एक व्यक्ति की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने अब तक 30 लोगों को हिरासत में लिया है। इनसे पूछताछ की जा रही है। अकोला कलेक्टर नीमा अरोड़ा ने बताया कि शहर में धारा 144 लगा दी गई है। दूसरों जिलों से भी पुलिस फोर्स बुलाई गई है।
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- https://thesootr.com/desh/upsc-285-posts-recruitment-know-last-date-and-apply-process/38274शांति समिति की बैठक हुई
शनिवार (13 मई) की हिंसक घटना के बाद पुलिस अधिकारियों ने शांति समिति की बैठक की। इसमें सभी धर्मों और समुदायों के प्रतिनिधियों, राजनीतिक दलों के नेता और समाजसेवी शामिल हुए। पुलिस ने सभी नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की है। डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी घटना को लेकर डीजीपी और अकोला के पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों से बात की।
छत्रपति संभाजीनगर हिंसा में 10 पुलिसकर्मी समेत 12 लोग हुए थे घायल
इससे पहले 29 मार्च को भी छत्रपति संभाजीनगर (पुराना नाम औरंगाबाद) के किराडपुरा इलाके में दो गुटों के बीच झड़प हुई थी। लोगों ने एक-दूसरे पर पथराव किया था। वाहनों में आग भी लगा दी गई थी। मौके पर पहुंची पुलिस पर भी लोगों ने पथराव किया था। हमले में 10 पुलिसकर्मी समेत 12 लोग घायल हुए थे। इसके एक दिन बाद किराडपुर से लगे इलाके में पत्थरबाजी हुई थी। पुलिस जब हालात पर काबू पाने के लिए पहुंची तो भीड़ ने पथराव किया। पुलिस की गाड़ियों में आग लगा दी थी।
जलगांव हिंसा में 12 लोगों की हुई थी गिरफ्तारी
छत्रपति संभाजीनगर की हिंसा के दो दिन बाद 1 अप्रैल को जलगांव में भी दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। रात को कुछ आसामाजिक तत्वों ने एक मूर्ति क्षतिग्रस्त कर दी थी, जिसके बाद दो गुट आपस में भिड़ गए। सूचना मिलने पर पुलिस वहां पहुंची और हालात को काबू में किया। पुलिस ने इस मामले में 12 लोगों को हिरासत में लिया था।