BHOPAL. मध्यप्रदेश समेत कई राज्यों (weather forecast) में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। 20 राज्यों में कोहरे की स्थिति बनी हुई है। इनमें मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, ओडिशा शामिल हैं। आज (8 जनवरी) मध्य प्रदेश (MP weather), राजस्थान और छत्तीसगढ़ के कुछ इलाकों में भी गरज-चमक के साथ हल्की बारिश की संभावना है। वहीं कुछ राज्यों में शीतलहर की स्थिति बनी हुई है, जिसकी वजह से बिजिबिलिटी कम हो गई है। इस बीच मौसम विभाग ने बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है।
मध्य प्रदेश में ओले गिरने की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक 8 से 10 जनवरी के बीच उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय रहेगा। इस वजह से अरब सागर में चक्रवाती हवाओं के घेरा बनेगा, जिससे अगले 2-3 दिन तक बादलों के साथ हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना है। आज शहडोल और जबलपुर संभागों के जिलों के अतिरिक्त भोपाल और नर्मदापुरम जिलों में कहीं-कहीं गलत चमक के साथ बारिश हो सकती है। जबकि ग्वालियर और चंबल संभागों के जिलों के साथ ही रीवा, मऊगंज, जबलपुर, पन्ना, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, भोपाल, राजगढ़, मंदसौर, नीमच, दमोह, नर्मदापुरम, रतलाम और उज्जैन में माध्यम से लेकर घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। पश्चिमी मध्य प्रदेश में आज ओले गिरने (MP Hail alert) की भी उम्मीद है।
राजस्थान में शीतलहर और ओलावृष्टि की उम्मीद
राजस्थान में कहीं शीतलहर की स्थिति को कहीं घना कोहरा छाया हुआ है। मौसम विभाग के मुताबिक, राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में मौसम शुष्क बना रहेगा। प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से आज और कल ( 9 जनवरी) को गरज के साथ बारिश की संभावना है। इस दौरान कुछ इलाकों पर ओलावृष्टि (Rajasthan Hail alert) की भी संभावना है। राजस्थान मौसम विभाग की मानें तो 10 जनवरी के बाद फिर मौसम में बदलाव आएगा और तापमान के गिरते ही सर्दी फिर जोर पकड़ेगी। आगामी 24 घंटों के दौरान जोधपुर और उदयपुर संभाग के अधिकांश स्थानों पर घने से अतिघना कोहरा का अलर्ट जारी किया गया है।
छत्तीसगढ़ में भी बारिश की चेतावनी
छत्तीसढ़ में मौसम शुष्क बना हुआ है। आज भी प्रदेशभर में मौसम के शुष्क रहने के आसार हैं। कुछ इलाकों में हल्की बारिश होने की संभावना है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार उत्तरी छत्तीसगढ़ में अगले तीन दिनों तक न्यूनतम तापमान में विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है। इसके बाद एक से तीन डिग्री तक गिरावट आ सकती है।