NEW DELHI. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज (1 फरवरी) मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट पेश करेंगी। आम बजटपेश होने में अब सिर्फ कुछ ही समय बाकी हैं। सुबह 11 बजे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बजट भाषण शुरू हो जाएगा। 2024 लोकसभा चुनाव से पहले के इस बजट को काफी अहम माना जा रहा है। आज ( 1 फरवरी) को दुनियाभर की नजर बजट पर है। केंद्रीय बजट किसी वित्तीय वर्ष में होने वाली आमदनी और खर्चों से जुड़ा दस्तावेज है। यह वित्तीय वर्ष हर साल 1 अप्रैल से शुरू होकर अगले साल 31 मार्च को समाप्त होता है।
19वीं सदी में हो गई थी बजट पेश करने की शुरुआत
देश में सरकार की ओर से बजट पेश करने की शुरुआत 19वीं सदी में ही हो गई थी। लेकिन क्या आप जानते है कि ‘बजट’ शब्द कहां से आया है? अगर नहीं, तो चलिए आपको बताते है। बजट शब्द फ्रेंच भाषा के शब्द ‘Bougette’ से लिया गया है। इसका मतलब होता है छोटा बैग। फ्रेंच भाषा में ये शब्द लैटिन शब्द 'बुल्गा' से लिया गया है। इसका मतलब होता है 'चमड़े का ब्रीफकेस जो छोटे आकार का होता है, ब्रीफकेस ब्राउन कलर का होता था, लेकिन अब इसमें बदलाव हो गया है। बता दें आजादी के बाद भारत के वित्त मंत्री बजट से जुड़े दस्तावेज को चमड़े के ब्रीफकेस में लेकर संसद भवन जाते थे।
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163 साल पहले इन्होंने पहली बार पेश किया बजट
ब्रिटिश भारत में पहला बजट 1860 में स्कॉटिश अर्थशास्त्री जेम्स विलसन ने पेश किया था। आजाद भारत का पहला बजट आर के शणमुखम चेट्टी ने नवंबर 1947 में पेश किया था। इसके बाद स्वतंत्र भारत में बजट की शुरुआत हो गई थी। 2001 से पहले बजट फरवरी के आखिरी कार्यदिवस में शाम 5 बजे पेश किया जाता था, लेकिन 2001 में तत्कालीन वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने इसके समय में बदलाव किया था। इसके बाद बजट का समय सुबह 11 बजे कर दिया गया था।