CHIKKAMAGALIRU. कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा चुनाव का मतदान होना है। यहां बीजेपी, कांग्रेस और जेडीएस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। तीनों ही पार्टियां वोटर्स को लुभाने के लिए अपना-अपना दांव खेल रही हैं। सत्तारुढ़ बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में समान नागरिक संहिता और एनआरसी के वादे के साथ फ्री गैस सिलेंडर देने का ऐलान किया है, वहीं कांग्रेस भी कर्नाटक इस बार बाजी जीतने के लिए हर वह दांव लगा रही है जिससे जनता को लुभाया जा सके। कांग्रेस चुनाव प्रचार में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम का बार-बार इस्तेमाल कर रही है। विशेष रूप से चिक्कमगलुरु कांग्रेस का गढ़ रहा है और यहां से पूर्व सीएम इंदिरा गांधी 1978 में लोकसभा उपचुनाव जीती थीं।
चिक्कमगलुरु में 1978 में इंदिरा गांधी ने लोकसभा उपचुनाव जीता था
चिक्कमगलुरु को कांग्रेस का गढ़ कहा जाता है। बीजेपी के सीटी रवि के जीतने से पहले तक यह सीट कांग्रेस के कब्जे में रही है। कांग्रेस फिर से इस सीट को अपने कब्जे में करने के लिए हाथ-पैर मार रही है और इसी कोशिश में कांग्रेस पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का नाम चिक्कमगलुरु से जोड़ रही है, ताकि लोग भावनात्मक लगाव महसूस कर फिर से इस सीट को कांग्रेस की झोली में डाल दें। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने भी चुनावी रैलियों और संपर्क अभियानों के दौरान बार-बार अपनी दादी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की विरासत को याद किया है। इंदिरा गांधी ने 1978 में चिक्कमगलुरु में लोकसभा उपचुनाव जीत के साथ अपनी राजनीतिक वापसी की थी।
चिक्कमगलुरु से जीत के बाद ही इंदिरा गांधी दूसरी बार पीएम बनीं थीं
चिक्कमगलुरु से कांग्रेस और इंदिरा गांधी का पुराना और आत्मीय रिश्ता रहा है। 1978 के चिक्कमगलुरु लोकसभा उपचुनाव में जीत दर्ज करने से पहले इंदिरा गांधी ने संतों का आशीर्वाद लेने के लिए शारदा पीठ का दौरा किया था। इस कदम से वह कांग्रेस को पुनर्जीवित करने और दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने में सफल रही थीं। कर्नाटक में भी इंदिरा गांधी ने ना केवल खुद को पुनर्जीवित किया बल्कि कांग्रेस पार्टी को फिर से स्थापित किया था।
चिक्कमगलुरु में अब बीजेपी का कब्जा
गांधी परिवार का चिक्कमगलुरु के साथ एक भावनात्मक संबंध रहा है, लेकिन चिक्कमगलुरु विधानसभा और चिक्कमगलुरु लोकसभा क्षेत्र समय के साथ-साथ कांग्रेस से बीजेपी की झोली में चला गया। बीजेपी के सीटी रवि 2004 से इस विधानसभा सीट पर जीत दर्ज कर रहे हैं, जबकि लोकसभा सीट पर बीजेपी की शोभा करंदलाजे 2014 से जीत रही हैं।
कांग्रेस भावनात्मक कार्ड खेल रही
कांग्रेस ने इस क्षेत्र के साथ इंदिरा गांधी के जुड़ाव को याद करके चिक्कमगलुरु जिले के लोगों के साथ भावनात्मक संबंध बनाने की कोशिश की है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने जब अप्रैल में चिक्कमगलुरु का दौरा किया था, तो उन्होंने अपनी दादी इंदिरा गांधी की चिक्कमगलुरु में उपचुनाव में जीत को याद किया था और लोगों से आगामी कर्नाटक विधानसभा चुनाव में पार्टी का समर्थन करने की अपील की थी।