NEW DELHI. जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने पीएम मोदी पर एक बार फिर निशाना साधा है। एक न्यूज वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में मलिक ने दावा किया कि पीएम मोदी को भ्रष्टाचार से किसी तरह की कोई नफरत नहीं है। मलिक ने यह भी दावा किया कि फरवरी 2019 में हुए पुलवामा आतंकी हमले में केंद्रीय गृह मंत्रालय की बहुत बड़ी गलती थी। गृह मंत्रालय की लापरवाही के कारण ही पुलवामा हमला हुआ था।
सत्यपाल मलिक जम्मू-कश्मीर के थे राज्यपाल
मलिक ने अपने इंटरव्यू में कहा कि 'केंद्रीय गृह मंत्रालय की गलती के कारण फरवरी 2019 में पुलवामा में सैनिकों पर घातक हमला हुआ था, और उन्हें इसके बारे में बोलने तक से मना किया गया था'। आपको बता दें कि जब पुलवामा हमला हुआ था उस समय सत्यपाल मलिक जम्मू-कश्मीर के ही राज्यपाल थे। इस घटना में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल मलिक ने गृह मंत्रालय पर आरोप लगाते हुए कहा की ये हमला गृहमंत्रालय की लापरवाही का नतीजा था। मलिक ने दावा किया कि सीआरपीएफ ने अपने जवानों के लिए विमान मांगा था, लेकिन गृह मंत्रालय ने देने से इनकार कर दिया। उसके बाद सीआरपीएफ ने जिस रास्ते से जवानों को भेजा जाना तय किया गया था उसकी भी ठीक तरह से पड़ताल नहीं की गई थी।
अजीत डोभाल ने चुप्पी साधने को कहा
सत्यपाल मलिक इतनवे पर ही नहीं रुके उन्होंने बताया कि 'पुलवामा हमले के बाद पीएम मोदी ने उनसे फोन पर बात की थी और इस मामले पर ज्यादा नहीं बोलने की हिदायत दी थी'। इंटरव्यू में मलिक ने यह भी कहा कि उन्हें NSA अजीत डोभाल ने भी पुलवामा हमले पर चुप रहने को कहा था। उन्होंने कहा कि मुझे बाद में यह अहसास हुआ कि इसका उद्देश्य चुनावों में बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए पुलवामा हमले का सारा ठीकरा पाकिस्तान पर फोड़ना था।
'पीएम को कश्मीर के बारे में नहीं है जानकारी'
इस इंटरव्यू में सत्यपाल मलिक ने दावा किया कि पीएम मोदी को जम्म- कश्मीर के बारे में कुछ खास नहीं जानते हैं। प्रधानमंत् नरेंद्र मोदी को कश्मीर के बारे में गलतफहमी हैं, उन्हें कश्मीर के बारे में कोई विषेश ज्ञान नहीं है। मलिन ने पीएम मोदी के ऊपर भ्रष्टाचार की बात को लेकर भी हमला बोला। मलिक ने कहा कि “मैं साफ तौर पर कह सकता हूं पीएम मोदी को भ्रष्टाचार से बहुत नफरत नहीं है।”
पीएम मोदी को नहीं है भ्रष्टाचार से नफरत- मलिक
पूर्व राज्यपाल मलिक ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से राज्य का दर्जा छीनकर उसे केंद्र शासित प्रदेश बना देना गलत है। उन्होंने दावा किया कि अगस्त 2020 में उन्हें गोवा से हटाकर मेघालय भेजा ही इसीलिए गया था क्योंकि उन्होंने पीएम मोदी को भ्रष्टाचार के कई मामलों को प्रदेश सरकार की तरफ से नजरअंदाज किए जाने की बातें बताई थीं। मलिक का दावा है कि प्रधानमंत्री के आसपास के लोग ही भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।
मलिक पर बीजेपी का पलटवार
बीजेपी ने भी सत्यपाल मलिक पर पलटवार किया है, बीजेपी नेता अमित मालवीय ने सत्यपाल मलिक के कई पुराने इंटरव्यू शेयर किए, जहां वो अपने बयान से पलटते दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में बीजेपी अब सत्यपाल मलिक की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर रही है। अमित मालवीय ने ट्वीट किया और लिखा, "कोई उनको सीरियस नहीं लेता, यहां तक कि तब भी जब वो अपने आरोप वापस ले लेते हैं। ये उनकी विश्वसनीयता पर बड़ा सवाल है।"
कांग्रेस ने मोदी सरकार से पूछे सवाल
सत्यपाल मलिक के इस इंटरव्यू के बाद एक बार फिर कांग्रेस मोदी ने मोदी सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस ने केंद्र सरकार से पुलवामा हमले को लेकर पांच सवाल किए हैं।
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