World Top Leader Salary: दुनिया पैसों से चलती है, आप तभी तक ताकतवर हैं जब तक जेब में पैसा है, बिजनेस चल रहा है या मोटी सैलरी आ रही है, लेकिन दुनिया के टॉप लीडर्स पर ये थ्योरी लागू नहीं होती। अमेरिका सुपर पावर है, लेकिन उसके राष्ट्रपति की सैलरी सबसे सुपर नहीं है। चीन दूसरी बड़ी इकॉनमी है, लेकिन सैलरी में उसके राष्ट्रपति बहुत नीचे हैं। भारत पांचवी बड़ी अर्थव्यवस्था है, लेकिन यहां राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की सैलरी बहुत कम है।
खाड़ी देशों के राष्ट्र प्रमुख टॉप-थ्री पोजीशन में
World of Statistics ने World Population Review के आधार पर एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें खाड़ी देशों के राष्ट्र प्रमुख टॉप-थ्री पोजीशन में हैं। पहले नंबर पर सऊदी अरब के किंग सलमान बिन अब्दुलअजीज अल-सऊद हैं, जिनकी सैलरी भारतीय रुपयों में 80 हजार 640 करोड़ है।
दूसरी और तीसरी नंबरे पर
दूसरे नंबर पर UAE के हेड ऑफ स्टेट शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान हैं जिनकी सालाना सैलरी 38 हज़ार 724 करोड़ रुपए है। तीसरे नंबर पर कुवैत के राष्ट्र प्रमुख शेख मिशेल अल अहमद हैं जिन्हें सालाना 546 करोड़ रुपए सैलरी मिलती है।
अमेरिका 12वें नंबर पर
सुपरपावर अमेरिका 12वें नंबर पर आता है। राष्ट्रपति बाइडेन की सैलरी 3 करोड़ 40 लाख रुपए है। रूस 24वें नंबर पर है। राष्ट्रपति पुतिन की सैलरी 1 करोड़ 14 लाख रुपए है। भारत की राष्ट्रपति सैलरी के मामले में 26वें नंबर पर हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की सैलरी 60 लाख रुपए सालाना है। चीन के राष्ट्रपति सैलरी के मामले में 36वें नंबर पर हैं। राष्ट्रपति जिनपिंग की तनख्वाह साढ़े 18 लाख भारतीय रुपए है।
मोदी की सालाना तनख्वाह करीब 20 लाख रुपए
प्रधानमंत्री मोदी की सालाना तनख्वाह करीब 20 लाख रुपए है। प्रधानमंत्री को हर महीने 1 लाख 66 हज़ार रुपए सैलरी भत्तों समेत मिलती है। इसमें 50 हज़ार रुपए बेसिक सैलरी है। प्रधानमंत्री को 45 हजार रुपए पार्लियामेंट्री अलाउंस और 3 हज़ार रुपए एक्सपेंस अलाउंस मिलता है, जबकि 2 हजार रुपए डेली अलाउंस मिलता है।
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