UDAYPUR. विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमाओं के लिए मेवाड़ में नया आयाम जुड़ने वाला है। नाथद्वारा में विश्व की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा 'विश्वास स्वरूपम' के बाद अब उदयपुर जिले के शिशवी में विश्व की सबसे ऊंची पंचमुखी हनुमान की प्रतिमा बनाई जा रही। शनिवार (24 जून) को इसका शिलान्यास एवं भूमिपूजन हुआ। सात बीघा क्षेत्र में बनने वाली प्रतिमा स्टील, क्रंक्रीट और फाइबर से बनेगी। जिसका निर्माण नामचीन कलाकार पद्मश्री राम सुतार करने जा रहे हैं। इस प्रतिमा पर भूकंप का भी असर नहीं होगा।
पंद्रह किलोमीटर से दिखेगी बालाजी की प्रतिमा
इस प्रतिमा के निर्माण में कितना खर्चा आएगा। इस बारे में अभी खुलासा नहीं किया गया है। हालांकि, यह बताया है कि जनसहयोग से यह प्रतिमा बनाई जा रही है। शिशवी की ऊंची पहाड़ी पर बनाई जाने वाली यह प्रतिमा पंद्रह किलोमीटर दूर से ही दिखाई देने लगेगी।
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चार धाम और 12 ज्योतिर्लिंग की स्थापना की जाएगी
बताया गया कि पंद्रह एकड़ में भूमि पर बालाजी की विशाल प्रतिमा के अलावा चार धाम तथा 12 ज्योतिर्लिंग की प्रतिकृति भी बनाई जाएगी। जहां भक्त एक ही जगह चार धाम तथा ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर सकेंगे। राम सुथार ही प्रतिमा का निर्माण करेंगे। यह प्रतिमा 15 किलोमीटर दूर से ही दिखाई दे जाएगी। पहाड़नुमा स्थान के नीचे सत्संग स्थल, चार धाम भी 22 ज्योर्तिलिंग की स्थापना भी होगी। इसका निर्माण दो साल के भीतर हो जाएगा।
विश्व की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा है नाथद्वारा में
उदयपुर से लगभग 40 किलोमीटर दूर नाथद्वारा में विश्व की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा ‘स्टेच्यू ऑफ विलिव‘ मिराज समूह के मालिक मदन पालीवाल ने तैयार कराई है। जिसका उद्घाटन पिछले साल ख्यातनाम रामकथावाचक मोरारी बापू ने किया था। यह प्रतिमा 369 फीट ऊंची है।