नई दिल्ली. पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के करोड़ों रुपए के घोटाले का आरोपी और भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी 15 जुलाई को एंटीगुआ-बारबुडा पहुंचा। मीडिया से बातचीत में उसकी खीज झलकी।चोकसी ने कहा- 'मैं सोच भी नहीं सकता था कि मेरा कारोबार बंद कर प्रॉपर्टी जब्त कर ली जाएंगी। भारतीय एजेंसियां मुझे अगवा करने की साजिश रचेंगी। मैं घर वापस आ गया हूं, लेकिन इस यातना ने शारीरिक और मानसिक रूप से मुझ पर गहरे जख्म छोड़े हैं।'
बेगुनाही साबित करने भारत जरूर आऊंगा
चोकसी ने कहा, ‘मैंने कई बार भारतीय जांच एजेंसियों से एंटीगुआ आकर पूछताछ करने की अपील की, लेकिन वे नहीं आए। मैं अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए भारत लौटने के बारे में सोच रहा हूं। मेरे अपहरण के बाद पिछले 50 दिनों से मेरी तबीयत ज्यादा खराब है। मैं भारत में अपनी सुरक्षा को लेकर आशंकित हूं। मुझे नहीं पता कि मैं सामान्य शारीरिक या मानसिक स्थिति में वापस आऊंगा।’
चार्टर्ड प्लेन से एंटीगुआ पहुंचा
स्थानीय मीडिया ने बताया कि फरार हीरा कारोबारी डोमिनिका में लगभग 51 दिनों की हिरासत के बाद एंटीगुआ लौट आया है। एंटीगुआ न्यूज रूम की रिपोर्ट के अनुसार, हल्के हरे रंग की शर्ट और खाकी शॉर्ट्स में चोकसी ने एक चार्टर्ड विमान में एंटीगुआ के लिए उड़ान भरी। एंटीगुआ और बारबुडा के विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने हवाई अड्डे पर उनसे मुलाकात की।
3 दिन पहले मिली अंतरिम जमानत
चोकसी को तीन दिन पहले डोमिनिका की कोर्ट ने इलाज के लिए एंटीगुआ-बारबुडा जाने की अनुमति दे दी थी। कोर्ट ने चोकसी को 10 हजार ईस्टर्न कैरिबियन डॉलर (करीब पौने तीन लाख रुपए) जमानत राशि के रूप में देने के बाद अंतरिम राहत दी थी। चोकसी के वकीलों ने जमानत मांगते हुए सीटी स्कैन और मेडिकल रिपोर्ट भी अदालत में पेश की थी। रिपोर्ट में उनके ‘हेमाटोमा’ (मस्तिष्क से जुड़ी बीमारी) संबंधी स्थिति बिगड़ने की बात कही गई थी। कोर्ट ने मेडिकली फिट होने के बाद वापस केस का सामना करने के लिए डोमिनिका आने की शर्त लगाई है।
13,500 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप
पीएनबी से जुड़े 13,500 करोड़ रुपए के घोटाले में वॉन्टेड चोकसी 23 मई को एंटीगुआ-बारबुडा से संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया था। बाद में उसे पड़ोसी देश डोमिनिका में गैरकानूनी रूप से दाखिल होने के आरोप में हिरासत में लिया गया था। चोकसी के वकीलों ने आरोप लगाया है कि 23 मई को एंटीगुआ के जोली हार्बर से उसका कुछ पुलिसकर्मियों ने अपहरण कर लिया था। ये पुलिसकर्मी एंटीगुआ तथा भारत के नागरिक लग रहे थे, जो एक नौका में उसे डोमिनिका ले गए।