आज यानी 4 अक्टूबर को अश्विन मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। आज सोम प्रदोष व्रत है और आज ही मासिक शिवरात्रि भी है। आज का दिन भगवान शिव की पूजा के लिए उत्तम है। आज के दिन भगवान शिव की पूजा करने से जीवन के सभी कष्ट मिट जाते हैं, संतान, सुख, समृद्धि का आशीष मिलता है और सभी मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं। आज रात से भद्रा लग रही है, जो अगले दिन सुबह तक रहेगी। पितृ पक्ष चल रहा है, ऐसे में आज त्रयोदशी श्राद्ध है। आज वे लोग अपने पितरों का श्राद्ध करते हैं, जिनके पितरों का निधन किसी भी मास की त्रयोदशी तिथि को हुआ हो।
04 अक्टूबर का पंचांग
दिन: सोमवार, अश्विन मास, कृष्ण पक्ष, त्रयोदशी तिथि।
दिशाशूल: पूर्व।
राहुकाल: प्रात: 07:30 बजे से 09:00 बजे तक।
भद्रा: रात 09:06 बजे से 05 अक्टूबर को सुबह 08:10 बजे।
पर्व एवं त्योहार: सोम प्रदोष, त्रयोदशी श्राद्ध।
शुभ मुहूर्त
04 अक्टूबर को अश्विन कृष्ण त्रयोदशी है। सोमवार को शिव चालीसा, शिव स्तोत्र, शिव पुराण आदि का पाठ करना चाहिए। भगवान शिव के मंत्रों का जाप करना भी कल्याणकारी होता है। आज कोई नया कार्य करना होतो तो शुभ मुहूर्त में करें।
शुभ योग: 4 अक्टूबर की दोपहर 02 बजकर 12 मिनट तक। उसके बाद शुक्ल योग।
अभिजित मुहूर्त: सुबह 11 बजकर 46 मिनट से दोपहर 12 बजकर 33 मिनट तक।
विजय मुहूर्त: दोपहर 02 बजकर 08 मिनट से 02 बजकर 55 मिनट तक।
अमृत काल: रात 08 बजकर 25 मिनट से 09 बजकर 58 मिनट तक।