SEHORE. कुबेरेश्वर धाम के रुद्राक्ष महोत्सव में लाखों लोगों के आने से हुई अव्यवस्था और तीन मौतों से भी कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा ने सबक नहीं लिया है। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि अब मैं इससे चार गुना बड़ा आयोजन करूंगा। उन्होंने अव्यवस्था के संबंध में कहा कि सनातन धर्म के द्रोहियों ने रुद्राक्ष महोत्सव रद्द (कैंसिल) कराने की साजिश थी।
मीडिया ने फैलाई थी भगदड़ की अफवाह
18 फरवरी, शनिवार को कुबेरेश्वर धाम में चल रही शिव महापुराण कथा के तीसरे दिन कथावाचक पं. मिश्रा ने सफाई देते हुए कहा कि इंटरनेट मीडिया पर यह अफवाह फैलाई गई कि आयोजन में भगदड़ मच गई, जबकि इसकी तस्वीर, वीडियो किसी के पास नहीं आया है। उन्होंने दावा किया कि परिसर में 162 कैमरे लगे हुए हैं। कैमरे वहां भी लगे हुए थे, जहां रुद्राक्ष वितरण हो रहा था। इन कैमरों का सेटअप हमारे आफिस में लगा है। कोई एक भी आकर बता दें कि भगदड़ मची हो या किसी ने रुद्राक्ष फेंका हो। यह तो कहीं न कहीं रुद्राक्ष वितरण को बंद कराना था।
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तुम तीन महीने में फिर आओगे और रुद्राक्ष लेकर जाओगे...
कथावाचक ने श्रद्धालुओं से कहा कि तुम तीन महीने में फिर आओगे और रुद्राक्ष लेकर जाओगे। उन्होंने कहा कि कुछ लोग चाल चलने में लगे हैं। प्रशासन ने भी लोगों को पकड़ा है, जो माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे थे। लोगों को भड़का रहे हैं, जिससे रुद्राक्ष वितरण न हो सके। हम जगह-जगह कथा करने जाते हैं तो हमें इसका अंदाजा होता है कि कितने लोग आएंगे।
सनातनी होने का पता लगाने गौमूत्र छिड़का जाएगा
पं. मिश्रा ने कहा कि कहा कि कभी भी आ जाना खाली झोली नहीं जाओगे। मेरा मन अबकी बार कर रहा है कि जो भी कथा सुनने आए उस पर गोमूत्र छिड़का जाए, जिससे मालूम पड़ जाए कि मेरा सनातनी आया है। जो सनातनी होगा, उसे गोमूत्र छिड़कना बुरा नहीं लगेगा।
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