Noida बागेश्वर धाम सरकार के पंडित धीरेंद्र शास्त्री अपने प्रवचन को लेकर सुर्खियों में हैं। अब उन्होंने कहा कि मोबाइल पर एक ऐप चल रहा है फेसबुक। उसका नाम हमने फेकबुक रखा है। यानी फेंकते रहो। काला आदमी, जिसे देखकर अमावस डर जाए, फेसबुक पर फोटो इतनी गोरी करके अपलोड करता है, जैसे अंग्रेज हो। उन्होंने कहा- एक बार फेसबुक पर एक युवती की युवक से दोस्ती हुई। फिर बात होने लगी, जब वह युवक से मिलने गई, तो उसकी उम्र 62 साल निकली। और युवती की 22 साल। इसलिए हम इसे फेकबुक कहते हैं। इसका आशय यह है कि कई बार जो दिखता है, वो होता नहीं है। इसलिए गुण और कर्म देखकर ही आगे बढ़ना चाहिए। यह बातें धीरेंद्र शास्त्री ने ग्रेटर नोएडा में कथा के दौरान कहीं।
‘मांग में सिंदूर’ वाले बयान पर दी सफाई
धीरेंद्र शास्त्री ने मांग में सिंदूर नहीं, समझो प्लॉट खाली के बयान पर सफाई भी दी। उन्होंने कहा- आप कुछ भी चलाओ, लेकिन हमारा सिद्धांत गलत नहीं है। हमारी बात भारत हित के लिए है। भारत के लिए है। गले में मंगल सूत्र की बात बोलकर, प्लॉट खाली है या भरा है। इस बात का एग्जाम्पल देकर पुरुषों के मस्तक पर तिलक लगवाना चाहते हैं। हमें नहीं लगता कि हमने गलत बोला है। इस प्रकार का दुष्प्रचार न करें। ये ठीक नहीं है। इसको लेकर कोई FIR दर्ज कराएगा तो उसका जवाब दिया जाएगा।
हमसे मिलने के लिए किसी मीडिएटर की जरूरत नहीं, हमारा द्वार हमेशा खुला है...
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा- जहां हम कथा शुरू करने जाते हैं। हमारे साथ 10-12 सेवादार होते हैं। बाकी सब आयोजक होते हैं। इसलिए हर सब्जेक्ट हमसे न जोड़ा जाए। हमसे मिलाने के नाम पर, हमारे साथ फोटो खिंचवाकर हमारा करीबी बताने वाले के चक्कर में न पड़े। हमसे मिलने के लिए किसी मीडिएटर की जरूरत नहीं है। हमारा द्वार हमेशा आपके लिए खुला है।
दान कमाने नहीं, लोगों के दिल में हनुमान को जगाने आए हैं...
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, 'हम भारत में दान कमाने नहीं आए। हम लोगों के हृदय में हनुमान जगाने आए हैं। जो भी सनातनियों और साधुओं का विरोध करें, उन्हें मुंहतोड़ जवाब देने की जिम्मेदारी आपकी है। जो जैसा विरोध करे, उसके साथ वैसा ही विरोध करना चाहिए। सनातन धर्म में खाने से लेकर सोने और जागने तक का नियम है।'
भारत में रहना होगा... सीताराम कहना होगा
कथा के दौरान उन्होंने कहा कि हम माता-पिता का आशीर्वाद लेकर निकल पड़े हैं। ये आशीर्वाद लेते रहेंगे, जब तक भारत हिंदू राष्ट्र नहीं बन जाता। अब भारत में रहना होगा, तो सीताराम कहना होगा। वरना गठरी और ठठरी तैयार रखो। मुझे बनावाटी बातें नहीं आती हैं, जो मन में आता है, वो बोल देता हूं। हम लंदन की धरती पर हनुमान का वंदन करवाएंगे। सभी अंग्रेजों को बालाजी का बनवाएंगे। उनके मुख से जय श्रीराम कहलवाएंगे। दो चार को यहां बाला जी के सामने लाएंगे और डांस करवाएंगे।
यदि फिट रहना है तो दिन में फलाहार और सूर्यास्त से पहले भोजन करो
पं धीरेंद्र शास्त्री ने कहा- हम माता-पिता का आशीर्वाद लेकर निकल पड़ हैं। ये आशीर्वाद लेते रहेंगे जब तक भारत हिंदू राष्ट्र नहीं बन जाता। उन्होंने कहा, आज के समय में लोग जागते हैं, तो पहले चाय मांगते हैं। अलार्म बंद करके सोने का मजा किसी स्वर्ग से कम नहीं होता। ऐसा लगता है जैसा बम डिफ्यूज कर दिया हो। यदि फिट रहना है, तो दिन में फलाहार करो और सूर्यास्त से पहले भोजन करो। इसके बाद कुछ नहीं खाना है, लेकिन कई तो ऐसे हैं, जो हैं तो बहुत अमीर, लेकिन जब चलते हैं तब लगता है जैसे हाथी का बच्चा चल रहा है। मजाक नहीं, कम से कम फिटनेस पर ध्यान देना चाहिए।
भगवान की कथा सुनने के लिए सजकर आते हैं लोग
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा- सबका अपना-अपना भोजन है। गाय माता के सामने मांस रख दो वह नहीं खाएंगी। शेर के सामने घास फूंस रख दो वह नहीं खाएगा, लेकिन इंसान के सामने कुछ भी रख दो सब खा लेता है, लेकिन जो शाकाहारी होता है, वो लंबा जीवन जीता है। भगवान की कथा सुनने के लिए बहुत लोग सज-धजकर आते हैं। ताकि वो लोग टीवी पर आ सकें। ये बात हम आपके लिए नहीं, बल्कि श्रीलंका वालों के लिए कह रहे हैं। कई ऐसे हैं जो कैमरा आते ही बदल जाते हैं।
पंडित शास्त्री के दो बयान, जो सुर्खियों में रहे
1- अप्रैल 2022 में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का एक वीडियो आया था। इसमें वे भक्तों से कह रहे थे कि तुम अभी नहीं जागे, तो यह तुम्हें अपने गांव में भी भोगना पड़ेगा। इसलिए मेरी अपील है कि सभी हिंदू एक हो जाओ और पत्थर फेंकने वालों के घर बुलडोजर चलवाओ। कुछ दिन बाद हम भी बुलडोजर खरीदने वाले हैं।'
2- अप्रैल 2023 में भी धीरेंद्र शास्त्री का एक बयान सामने आया था। इसमें उन्होंने कथा के दौरान राजा सहस्त्रबाहुजी को बलात्कारी और राक्षस बताया था। उन्होंने कहा था कि हैहयवंश को खत्म करने के लिए ही भगवान परशुराम ने फरसा उठाया था। इस वंश का राजा बड़ा ही क्रूर था। वह न केवल साधुओं पर अत्याचार करता था, बल्कि महिलाओं के साथ भी बलात्कार जैसा कुकर्म करता था।