NEW DELHI. 22 मार्च से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। इस बार H3N2 इंफ्लुएंजा भी फैला है। मौसम का मिजाज भी कभी गर्मी, कभी बारिश का हो रहा है। इसलिए व्रत-उपवास करने वाले सभी लोगों को अपना ख्याल रखने की जरूरत है। खासकर डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल आदि बीमारी से पीड़ित लोगों को। हम व्रत के दौरान खानपान में कुछ ऐसी गलतियां कर जाते हैं, जिनसे सेहत बिगड़ जाती है। आप चाहे निर्जला व्रत करें, फलाहार पर रहें या एक समय भोजन कर रहे हों, हर प्रकार के व्रत में कुछ आवश्यक बातें ध्यान में रखनी चाहिए। खाली पेट रहने से ग्लूकोज की कमी हो सकती है।
क्या है उपवास की पारंपरिक धारणा
उपवास की पारंपरिक धारणा इस बात को लेकर है कि शरीर से जहरीले तत्व निकल जाएं और इसका शुद्धिकरण हो जाए, पर यह शुद्धिकरण तभी हो सकता है जब आप शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्वों का सेवन करें, जैसे-ताजे फल, सब्जियां, दूध आदि। लेकिन अक्सर इसके विपरीत होता है।
ये खबर भी पढ़ें...
बाजार के पैकेट बंद चिप्स व प्रोसेस्ड पदार्थ से बचें
- बाजार के पैकेट बंद चिप्स व प्रोसेस्ड पदार्थ का प्रयोग कर जरूरत से अधिक कैलोरी का सेवन करना।
इनका करें सेवन
- सामान्य दिनों की ही तरह नाश्ता करें, दिन व रात का खाना भी वैसे ही खाएं।
तले व्यंजनों से हो सकती है पाचन संबंधी समस्याएं
कई लोग नवरात्रि के उपवास के दौरान आलू से बनने वाले तले व्यंजनों को बेहद ही चाव से खाना पसंद करते हैं। ऐसे व्यंजनों में वसा और कैलोरी की मात्रा ज्यादा होती है और इनके अत्याधिक सेवन के कारण आपको गैस, ब्लोटिंग और दर्द जैसी पाचन संबंधी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में उपवास के दौरान बेहतर रहेगा कि आप इस तरह के खाद्य पदार्थों से दूर रहें।
चीनी के हेल्दी विकल्प का करें चुनाव
उपवास के दौरान नमक का सेवन घट जाता है। वहीं चीनी का सेवन बढ़ जाता है। अगर आप मीठे खाद्य पदार्थों का सेवन कर रहे हैं तो बेहतर होगा कि आप प्रोसेस्ड चीनी की जगह चीनी के कुछ हेल्दी विकल्प जैसे गुड़ या शुद्ध शहद का सेवन करें। इससे आपके भोजन में स्वाद बढ़ने के साथ आपको वजन नियंत्रित रखने में भी मदद मिलेगी।