/sootr/media/media_files/2025/10/06/aman-vaishnav-2025-10-06-15-33-30.jpg)
/sootr/media/media_files/2025/10/06/aman-vaishnav-47-2025-10-06-11-24-10.jpg)
पहला करवाचौथ व्रत
इस 10 अक्टूबर को आप पहली बार karwa chauth का निर्जला व्रत रख रही हैं। यह व्रत आपके प्रेम और लंबी आयु के संकल्प का प्रतीक है, इसलिए कमजोरी से बचने के लिए इन खास बातों का ध्यान जरूर रखें।
/sootr/media/media_files/2025/10/06/aman-vaishnav-48-2025-10-06-11-28-00.jpg)
शरीर को करें तैयार
व्रत से एक-दो दिन पहले ही खूब पानी पीकर शरीर को हाइड्रेट करें और पौष्टिक, हल्का भोजन लें। ( karwa chauth kaise manaye) ताकि अगले दिन एसिडिटी या कमजोरी न हो।
/sootr/media/media_files/2025/10/06/aman-vaishnav-49-2025-10-06-11-30-17.jpg)
पर्याप्त नींद लें
करवा चौथ से ठीक पहले रात को कम से कम 7-8 घंटे की अच्छी नींद लें। पूरी नींद लेने से आप अगले दिन ऊर्जावान महसूस करेंगी।
/sootr/media/media_files/2025/10/06/aman-vaishnav-50-2025-10-06-11-34-49.jpg)
सरगी का सही सेवन
व्रत शुरू करने से पहले सास द्वारा दी गई सरगी का सेवन करना जरूरी है। सरगी में प्रोटीन और फाइबर से भरपूर चीजें और नारियल पानी या जूस शामिल करें।
/sootr/media/media_files/2025/10/06/aman-vaishnav-53-2025-10-06-11-40-20.jpg)
निर्जला व्रत का समय
सुबह सरगी लेने के बाद निर्जला व्रत शुरू होता है, इसलिए सरगी के बाद पानी पीने से बचें। हालांकि, जरूरत महसूस होने पर,होंठ गीले करने या कुल्ला करने के लिए थोड़ा पानी इस्तेमाल कर सकती हैं।
/sootr/media/media_files/2025/10/06/aman-vaishnav-51-2025-10-06-11-39-29.jpg)
व्रत के दौरान आराम
व्रत के दौरान भारी शारीरिक या मानसिक काम करने से बचें और जितना संभव हो, उतना आराम करें। कमजोरी महसूस होने पर थोड़ी देर ध्यान या मंत्र जाप करें।
/sootr/media/media_files/2025/10/06/aman-vaishnav-54-2025-10-06-11-42-30.jpg)
व्रत खोलने का सही तरीका
चंद्र दर्शन और पूजा के बाद व्रत खोलते समय एकदम से हैवी या फ्राइड भोजन न करें, क्योंकि पेट संवेदनशील होता है। व्रत खोलने से पहले केवल थोड़ा सा पानी पीकर शरीर को सामान्य करें।
/sootr/media/media_files/2025/10/06/aman-vaishnav-55-2025-10-06-11-44-35.jpg)
स्वास्थ्य और डॉक्टर की सलाह
गर्भवती, स्तनपान कराने या अन्य स्वास्थ्य समस्या वाली महिलाएं व्रत रखने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। कमजोरी महसूस होने पर तुरंत व्रत खोल दें या डॉक्टर की सलाह पर फलाहारी व्रत ही रखें।