NEW DELHI. ग्रहण एक ऐसी घटना है, जिसका विज्ञान से लेकर धर्म और ज्योतिष में भी बहुत ज्यादा महत्व होता है। सूर्य ग्रहण अमावस्या के दिन और चंद्र ग्रहण पूर्णिमा के दिन लगता है। वैशाख माह की अमावस्या तिथि 20 अप्रैल को है। इस दिन सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। यह सूर्य ग्रहण बेहद महत्वपूर्ण रहने वाला है। इस सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य मेष राशि में विराजमान होंगे। गुरु मेष राशि में आकर सूर्य के साथ युति करेंगे। इस बार एक ही दिन में तीन सूर्य ग्रहण भी दिखेंगे, जिसे वैज्ञानिकों ने हाइब्रिड सूर्य ग्रहण का नाम दिया है। ये हाइब्रिड सूर्य ग्रहण 100 साल में एक ही बार लगता है।
सुबह 7 बजकर 4 मिनट से शुरू होगा सूर्य ग्रहण
यह ग्रहण सुबह 7 बजकर 4 मिनट से शुरू होगा और दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर खत्म होगा। इस सूर्य ग्रहण की अवधि 5 घंटे 24 मिनट की होगी। वहीं इस सूर्य ग्रहण से पहले ही सूर्य का राशि परिवर्तन होगा और सूर्य ग्रहण के दो दिन बाद देवगुरु बृहस्पति का गोचर होगा। यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा इसलिए इस ग्रहण का सूतक काल नहीं माना जाएगा।
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ग्रहण के दौरान क्या करें क्या नहीं?
- ज्योतिष के जानकारों के अनुसार ग्रहण के दौरान कुछ भी खाने से उसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ऐसे में इस दौरान पका हुआ खाना खाने से बचना चाहिए। इसके अलावा इस दौरान काटने-छीलने का काम भी न करें।