सावन महीने की शुक्ल पंचमी को नाग पंचमी का त्योहार मनाया जाता है। हिंदू धर्म में नाग पंचमी का बहुत महत्व है। नाग पंचमी के दिन भगवान शिव के आभूषण नाग की पूरी विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है। शास्त्रों के मुताबिक, नागों की पूजा करने से आध्यात्मिक शक्ति, अपार धन और मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। इस बार नाग पंचमी का त्योहार 13 अगस्त, शुक्रवार के दिन मनाया जाएगा। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, सदियों से नाग को देवता के रूप में पूजा जाता है। इसलिए नाग पंचमी के दिन नाग पूजन का बहुत महत्व माना जाता है। नागपंचमी के दिन नाग देवता को दूध चढ़ाने से या दूध से स्नान कराने से पुण्य फल प्राप्त होता है।
क्या है शुभ मुहूर्त
नाग पंचमी 12 अगस्त 2021 को दोपहर 3:24 मिनट से शुरु होगी जो 13 अगस्त दोपहर 1:42 मिनट पर खत्म होगी। नाग पंचमी की पूजा का शुभ मुहूर्त 13 अगस्त 2021 को सुबह 5:49 मिनट से सुबह 8:27 मिनट तक रहेगा।
धन में होगी वृद्धि
नाग पंचमी के दिन नागों की पूजा करने से हर तरीके के संकटों का नाश होगा। इस दिन नागों की विधिवत पूजा करने से मनोवांछित फल मिलेगा। नाग पंचमी के दिन अगर किसी व्यक्ति को नागों के दर्शन प्राप्त होते हैं तो उसे बेहद शुभ माना जाता है। नाग पंचमी की पूजा से धन में वृद्धि होगी और सांप के काटने का डर भी दूर होगा।
क्या है पूजा करने का तरीका
नाग पंचमी के दिन अनन्त, वासुकि, पद्म, महापद्म, तक्षक, कुलीर, कर्कट, शंख, कालिया और पिंगल नामक देव नागों की पूजा की जाती है। पूजा में हल्दी, रोली, चावल और फूल चढ़ाकर नागदेवता की पूजा करनी चाहिए। कच्चे दूध में घी और चीनी मिलाकर नाग देवता को चढ़ाए। इसके बाद नाग देवता की आरती करें और मन में नाग देवता का ध्यान करें। अंत में नाग पंचमी की कथा अवश्य सुनें।