पंडित अरविंद तिवारी@ भोपाल. ज्योतिष शास्त्र में गुरु ग्रह देवताओं का गुरु माना जाता है नवग्रह में यह सबसे महत्वपूर्ण ग्रह है मुल्यतः एक राशि में एक वर्ष तक भ्रमण करता है और शनि के बाद यह एकमात्र ऐसा ग्रह है, जो कि लंबे समय तक एक राशि में रहता है जैसा हम सभी जानते हैं कि गुरु ग्रह इस वर्ष 5 मई को वृषभ राशि में उनका प्रवेश हुआ था और वह 9 अक्टूबर से अपनी उल्टी चाल यानी वक्री गति से वृषभ राशि में भ्रमण करेंगे यह भ्रमण सभी राशियों पर अलग-अलग प्रभाव डाल सकता है।
किसी भी व्यक्ति की कुंडली में ग्रह यदि मार्गी हो तो उसका अलग प्रभाव होता है वही बक्री हो तो उसका अलग प्रभाव होता है, इसके अलावा आपकी कुंडली में महादशा में यदि गुरु की महादशा है तो उसका अलग प्रभाव होगा यदि किसी अन्य ग्रहों की महादशा है। और उसमें गुरु ग्रह की उप दशा चल रही है, जिसको आप प्रत्यंतर या अंतर्दशा के रूप में भी समझ सकते हैं तो इस राशि परिवर्तन का प्रभाव आपको अलग प्रकार से दिखाई देगा।
देवगुरु बृहस्पति कब तक वक्री रहेंगे?
9 अक्टूबर 2024 को प्रातः 11 बजे से वह अपनी वक्री गति से वृषभ राशि में भ्रमण करेंगे और उनकी यह गति 4 फरवरी 2025 तक रहेगी इसका विभिन्न राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा लिए जानें।
मन रहेगा प्रसन्न, मिलेगी सफलता
मेष राशि पर गुरु का वक्री गति से भ्रमण बेहद लाभकारी रहेगा, कार्यक्षेत्र बढ़िया रहेगा, मन प्रसन्न रहेगा, प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिलेगी सेहत सुधरेगी अदालती मुकदमेबाजी में लाभ होगा।
मधुर रहेंगे प्रेम संबंध
वृषभ राशि आपकी ही राशि में गुरु ग्रह वक्री होने जा रहे हैं जिसके चलते मानसिक शारीरिक तथा अन्य पर इसका असर पड़ेगा, कामकाज बेहतर होगा, धन की आवक बढ़ेगी, परंतु आध्यात्मिक क्षेत्र की और आपका रुझान बढ़ सकता है प्रेम संबंध मधुर रहेंगे।
शुभ होगा वक्री गुरु का प्रभाव
मिथुन राशि पर वक्री गुरु का प्रभाव शुभ साबित होगा कामकाज बेहतर होगा मन प्रसन्न रहेगा धन की आवक बढ़ेगी घर परिवार में प्रतिष्ठा बढ़ सकती है।
उलझ सकते हैं कार्य
कर्क राशि इस राशि पर वक्री गुरु का प्रभाव आपके करियर और परिवार पर बेहद असर डाल सकता है लोग आपके कार्यों को लेकर प्रशंसनीय शब्दों का प्रयोग करेंगे, वही आपकी छवि पर नुकसान पड़ सकता है, पार्टनरशिप में कार्य उलझ सकते हैं सेहत का ध्यान रखें।
नहीं पड़ेगा शुभ प्रभाव
सिंह राशि इस राशि पर वक्री गुरु का प्रभाव आपके शिक्षा और कार्य तथा आपकी यात्राओं पर पढ़ सकता है। इस दौरान आपको अपनी इन चीजों पर गंभीरता से विचार करना होगा राजनीतिक सामाजिक आर्थिक क्षेत्र पर शुभ प्रभाव नहीं पड़ेगा।
कमजोर हो सकते है व्यापारिक संबंध
कन्या राशि वाले जातकों पर वक्री गुरु आपके धन व्यापारिक संबंधों को कमजोर कर सकता है वही शेयर मार्केट तथा प्रॉपर्टी संबंधी कार्यों में परेशानी लेगा, उच्च अधिकारी व अधीनस्थों से धैर्य पूर्वक काम लें।
सावधानी से चलाएं वाहन
तुला राशि अष्टम भाव में वक्री गुरु आपकी व्यावसायिक आर्थिक सामाजिक व राजनीतिक संबंधों पर इसका प्रभाव पड़ सकता है वाहन सावधानी से चलाएं सेहत का ध्यान रखें खान-पान में अनियमित से बचें।
सोच समझकर करें निवेश
वृश्चिक राशि आपकी राशि से सप्तम भाव में गुरु का बक्री होना आपके वैवाहिक संबंधों, प्रेम संबंधों व राजनीतिक संबंधों में उतार-चढ़ाव ला सकता है आपको अपने आने वाले समय में बेहद ध्यान रखने की आवश्यकता है निवेश सोच समझकर करें तथा कार्यक्षेत्र में उतार-चढ़ाव की स्थिति आ सकती है।
सेहत पर पड़ेगा असर, प्रबल होंगे शत्रु
धनु राशि आपकी राशि से छठे भाव में राशि स्वामी का वक्री होना ठीक नहीं है बेहद परेशानी का सामना करना पड़ेगा सेहत कमजोर होगी शत्रु प्रबल होंगे संतान को लेकर कष्ट हो सकता है राजनीतिक क्षेत्र से जुड़े हैं तो बेहद सावधानी बरतें।
कार्यक्षेत्र में सोच समझकर करें फैसला
मकर राशि से पंचम भाव में गुरु ग्रह का वक्री होना आपकी निजी जीवन प्रतियोगी परीक्षाओं संतान घर इत्यादि से जुड़ी हुई परेशानियों को ला सकता है लंबी यात्राएं करने से बचें कार्यक्षेत्र में सोच समझकर निर्णय लें।
मान सम्मान बढ़ेगा, दूर होगी रुकावट
कुंभ राशि से गुरु चतुर्थ भाव में वक्री गति से भ्रमण करेंगे जिस जो कि आपके लिए लाभकारी साबित होगा मान सम्मान बढ़ेगा संतान को लेकर चिंता दूर होगी राजनीतिक क्षेत्र में सफल हो सकते हैं धन से जुड़े हुए कामों में आ रही रुकावट दूर होगी।
सेहत को लेकर रहेगी चिंता
मीन राशि से तीसरे भाव में राशि स्वामी का वक्री होना ठीक नहीं है सेहत को लेकर चिंता रहेगी भाई बहनों से संबंध कमजोर हो सकते हैं कार्यक्षेत्र में बधाएं उत्पन्न होगी बहस करने से बचे।
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