उज्जैन. महाकाल मंदिर की व्यवस्थाओं में कई अहम बदलाव हुए हैं। समिति ने VIP दर्शन के लिए 100 रुपए की प्रोटोकॉल फीस खत्म कर दी है। अब आम श्रद्धालु भी सप्ताह के चार दिन गर्भगृह के दर्शन कर सकेंगे। इसके लिए मंगलवार से शुक्रवार तक दोपहर 1 बजे से 4 बजे तक का समय तय किया गया है।
बैठक में कई अहम फैसले: 15 फरवरी को मेला कार्यालय में महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की बैठक हुई। मीटिंग में समिति अध्यक्ष कलेक्टर आशीष सिंह, SP सत्येंद्र शुक्ल समेत मंदिर समिति के सदस्य मौजूद थे। इसमें कई फैसले लिए गए। पहले कोरोना संक्रमण के चलते गर्भगृह में आम भक्तों के जाने पर पाबंदी लगा दी गई थी। समिति ने इस पाबंदी को हटाने का फैसला लिया है। गर्भगृह में प्रवेश के लिए पंडितों और पुरोहितों को एक दिन में 1500 रुपए की 5 रसीदों मिलती थी। अब इनकी संख्या बढ़ाकर 10 कर दी गई है।
शिवरात्रि पर दीपोत्सव: मंदिर में 21 फरवरी से शिव नवरात्रि के रूप में शिव विवाह का उल्लास छाएगा। पुजारी कोटितीर्थ कुंड के समीप स्थित शिव और पार्वती को हल्दी लगाएंगे। चंद्रमौलेश्वर, कोटेश्वर व भगवान रामेश्वर के पूजन के बाद गर्भगृह में अनुष्ठान होगा। नौ दिन तक पूजन और भजन संध्या के विशेष आयोजन होंगे। महाशिवरात्रि के दिन विभिन्न जगहों पर 51 हजार दीपक प्रज्जवलित किए जाएगे।