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सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है और इसमें पड़ने वाले सोमवार विशेष महत्व रखते हैं। इस साल, सावन का दूसरा सोमवार आज 21 जुलाई 2025 को है और यह दिन ज्योतिषीय और धार्मिक दोनों दृष्टियों से बेहद खास होने वाला है।
इस दिन भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए उनके 108 नामों का जाप करने का विधान है। मान्यता है कि भगवान शिव के इन पवित्र नामों का जाप करने से घर में सुख-समृद्धि आती है और मां लक्ष्मी का वास होता है, जिससे घर धन-धान्य से भर जाता है।
इस बार सावन के दूसरे सोमवार पर कामिका एकादशी का संयोग बन रहा है, जो इस दिन की पूजा को और भी अधिक फलदायी बना देता है। कामिका एकादशी विशेष रूप से भगवान विष्णु की पूजा के लिए होती है, और जब इसे सावन के दूसरे सोमवार के साथ जोड़ा जाता है, तो इसका महत्व दोगुना हो जाता है।
कामिका एकादशी का संयोगपंचांग के मुताबिक, इस साल सावन के दूसरे सोमवार पर कामिका एकादशी समेत कई शुभ संयोग बनने से दिन का महत्व और बढ़ रहा है। यह दिन भगवान शिव और भगवान विष्णु दोनों की कृपा प्राप्त करने के लिए विशेष माना जा रहा है। सावन के सोमवार व्रत अत्यंत शुभ और फलदायी माने गए हैं। मान्यता है कि सावन के सोमवार को भगवान शंकर व माता पार्वती की विधिवत पूजा करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। |
बन रहे ये शुभ संयोग
सावन का दूसरा सोमवार सिर्फ भगवान शिव की पूजा के लिए ही खास नहीं है, बल्कि इस दिन कई शुभ योग भी बन रहे हैं, जो इसकी महत्ता को और बढ़ा देते हैं:
- कामिका एकादशी: यह दिन कामिका एकादशी व्रत के साथ पड़ रहा है, जिससे यह दिन भगवान शिव और भगवान विष्णु दोनों की कृपा प्राप्त करने के लिए अत्यंत खास माना जा रहा है। एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित होता है, और इस दिन शिव और विष्णु दोनों की पूजा का अद्भुत संगम भक्तों को दोगुना फल प्रदान करेगा।
- सर्वार्थ सिद्धि योग: सावन के दूसरे सोमवार को पूरे दिन सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, सर्वार्थ सिद्धि योग में किए गए सभी कार्य सफल होते हैं और उनका शुभ फल अवश्य प्राप्त होता है। यह योग किसी भी नए कार्य की शुरुआत के लिए या किसी विशेष मनोकामना की पूर्ति के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
- अमृत सिद्धि योग: इस दिन अमृत सिद्धि योग का भी शुभ संयोग बन रहा है। अमृत सिद्धि योग किसी भी काम की शुरुआत के लिए अत्यंत शुभ माना गया है। यह योग सभी बाधाओं को दूर कर कार्य में सफलता सुनिश्चित करता है।
- इन तीनों शुभ संयोगों का एक साथ होना इस सावन के दूसरे सोमवार को एक बेहद पावरफुल और फलदायी दिन बनाता है।
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शिव पूजन और जलाभिषेक के शुभ मुहूर्त
पंचांग के मुताबिक, सावन के दूसरे सोमवार को भगवान शिव की पूजा और शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के लिए कई शुभ मुहूर्त बन रहे हैं, जिनमें पूजा करने से महादेव शीघ्र प्रसन्न होते हैं:
- ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 04:14 बजे से सुबह 04:55 बजे तक। यह सबसे उत्तम समय माना जाता है, जब वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
- अभिजित मुहूर्त: दोपहर 12 बजे से दोपहर 12 बजकर 55 मिनट तक। इस मुहूर्त में किए गए सभी कार्य सफल होते हैं।
- विजय मुहूर्त: दोपहर 02 बजकर 44 मिनट से दोपहर 03 बजकर 39 मिनट तक। यह शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने और किसी भी प्रकार की बाधा को दूर करने के लिए शुभ माना जाता है।
- अमृत काल: शाम 06 बजकर 09 मिनट से शाम 07 बजकर 38 मिनट तक। यह मुहूर्त भी अत्यंत शुभ और फलदायी माना जाता है।
- अमृत सिद्धि योग: रात 09 बजकर 07 मिनट से अगले दिन सुबह 05 बजकर 07 मिनट तक। इस योग में की गई पूजा का विशेष लाभ मिलता है।
- सर्वार्थ सिद्धि योग: पूरे दिन रहेगा। यह योग किसी भी शुभ कार्य को करने के लिए अत्यंत अनुकूल है।
इन शुभ मुहूर्तों में शिव जी का पूजन व शिवलिंग का जलाभिषेक करने से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं और साधक को मनवांछित फल की प्राप्ति होती है।
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सावन के दूसरे सोमवार पर पूजा विधि
- सुबह जल्दी उठकर पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें।
- साफ और धुले हुए वस्त्र धारण करें।
- पूजा से पहले भगवान शिव का ध्यान करें और पूजा का संकल्प लें।
- घर के मंदिर या किसी शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग पर जलाभिषेक करें।
- जलाभिषेक के लिए शुद्ध जल, दूध, दही, घी, शहद, गंगाजल और बेलपत्र का प्रयोग करें।
- शिवलिंग पर चंदन, भस्म और फूल अर्पित करें।
- धतूरा और भांग भी भोलेनाथ को प्रिय हैं, इन्हें भी चढ़ा सकते हैं।
- दीपक जलाएं और धूप अर्पित करें।
- भगवान शिव के 108 नामों का जाप करें।
- शिव चालीसा और शिव आरती करें।
- अंत में, शिव परिवार की कृपा पाने के लिए भगवान गणेश, माता पार्वती, कार्तिकेय और नंदी की भी पूजा करें।
- प्रसाद वितरित करें और स्वयं भी ग्रहण करें।
भगवान शिव के 108 नाम का जाप
मान्यता के मुताबिक, सावन के दूसरे सोमवार पर भगवान शिव के 108 नामों का जाप करना अत्यंत फलदायी माना जाता है। ये नाम भगवान शिव के विभिन्न स्वरूपों और गुणों का वर्णन करते हैं और इनका जाप करने से मन को शांति मिलती है, नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर में सकारात्मकता आती है। कुछ प्रमुख नाम हैं
- ॐ शिवाय नमः (Om Shivaya Namah)
- ॐ महेश्वराय नमः (Om Maheshwaraya Namah)
- ॐ शम्भवे नमः (Om Shambhave Namah)
- ॐ पिनाकिने नमः (Om Pinakine Namah)
- ॐ शशि शेखराय नमः (Om Shashi Shekharaya Namah)
- ॐ वामदेवाय नमः (Om Vamadevaya Namah)
- ॐ विरूपाक्षाय नमः (Om Virupakshaya Namah)
- ॐ कपर्दिने नमः (Om Kapardine Namah)
- ॐ नीललोहिताय नमः (Om Neelalohitaya Namah)
- ॐ शंकराय नमः (Om Shankaraya Namah)
- इन 108 नामों का जाप रुद्राक्ष माला (Rudraksh Mala) से करना विशेष रूप से फलदायी होता है।
तो सावन 2025 का दूसरा सोमवार एक ऐसा पवित्र दिन है जब शिव भक्ति और शुभ संयोगों का अद्भुत मेल होता है। इस दिन सच्चे मन से की गई पूजा और भगवान शिव के 108 नामों का जाप आपके जीवन में सुख, समृद्धि और मां लक्ष्मी का वास ला सकता है। तो, इन शुभ मुहूर्तों का लाभ उठाएं और भगवान भोलेनाथ की कृपा प्राप्त करें।
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