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हिंदू पंचांग के मुताबिक इस बार सावन 2025 का महीना कुछ खास संयोगों के साथ आ रहा है। पंचांग के मुताबिक इस बार सावन की महीना सिर्फ 29 दिन का होगा।
सामान्य तौर पर सावन का महीना 30 दिन का होता है लेकिन इस बार यह एक दिन कम यानी 29 दिन का हो रहा है। यह बदलाव सावन की त्रयोदशी तिथि के क्षय होने के कारण हुआ है। आइए जानते हैं कि इस साल सावन में क्या कुछ विशेष है और क्यों यह इतना खास माना जा रहा है।
29 दिन का क्यों है सावन महीना
पंचांग के मुताबिक वैसे तो सावन का महीना 30 दिनों का होता है, लेकिन इस बार सावन सिर्फ 29 दिन का है। इसका मुख्य कारण है कि इस साल सावन में त्रयोदशी तिथि का क्षय हो गया है।
त्रयोदशी तिथि उस दिन को कहा जाता है जब चंद्रमा पूर्ण रूप से अपनी चंद्रायण परिक्रमा पूरी करता है। जब इस तिथि का क्षय होता है, तो उस महीने में 30 दिन पूरे नहीं हो पाते और यह 29 दिन का रह जाता है।
हालांकि, तिथियों की कमी होने के बावजूद इस बार के सावन में कुछ अद्भुत संयोग बन रहे हैं, जो काफी सालों बाद देखने को मिलेंगे। इसके बावजूद इस साल का सावन बहुत खास होगा, क्योंकि इस समय भगवान शिव की पूजा से कई शुभ फल मिल सकते हैं।
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2025 के सावन सोमवार
सावन के महीने में विशेष रूप से सोमवार का व्रत बहुत महत्व रखता है। इस बार सावन में चार सोमवार पड़ेंगे। यह सोमवार व्रत खासकर शिव भक्तों के लिए शुभ होता है और इसे श्रद्धा और भक्ति से रखा जाता है।
खासकर कुंवारी कन्याओं के लिए यह व्रत अत्यधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि मान्यता है कि सावन सोमवार का व्रत करने से वे अपना मनचाहा वर प्राप्त कर सकती हैं।
सावन के सोमवार की तारीखें इस प्रकार हैं
सावन में प्रत्येक सोमवार को भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है और इस दिन व्रत रखने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। शास्त्रों में सावन को विशेष रूप से शुभ और कामनाओं की सिद्धि वाला महीना माना गया है। |
सावन के महीने में पूजा के शुभ मुहूर्त
सावन के महीने में पूजा का महत्व और भी बढ़ जाता है। इस दौरान भगवान शिव की पूजा के लिए कई विशेष मुहूर्त होते हैं। आइए हिंदू पंचांग के मुताबिक जानते हैं इस माह के कुछ शुभ मुहूर्त:
- ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 04:10 बजे से 04:51 बजे तक
- अभिजित मुहूर्त: सुबह 11:59 बजे से 12:54 बजे तक
- विजय मुहूर्त: दोपहर 02:45 बजे से 03:40 बजे तक
- अमृत चौघड़िया: सुबह 08:27 बजे से 10:06 बजे तक
- गोधूलि मुहूर्त: शाम 07:21 बजे से 07:41 बजे तक
- इन मुहूर्तों में पूजा करने से विशेष लाभ होता है और भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।
सावन का माह क्यों है खास
सावन का महीना भगवान शिव की भक्ति और पूजा के लिए बहुत ही विशेष माना जाता है। इस समय शिव भक्त पूरी श्रद्धा के साथ भगवान शिव की पूजा करते हैं और उनके प्रति अपनी भक्ति को और भी गहरा करते हैं।
सावन सोमवार का व्रत विशेष रूप से शिव महिमा का गायन और शिवलिंग पूजन के साथ होता है, जो पुण्य और समृद्धि के लिए बेहद लाभकारी होता है। इस समय किए गए पूजा अर्चना के फल भी जल्दी प्राप्त होते हैं, और यह महीना भक्ति का माह होता है।
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