चातुर्मास का दूसरा महीना सावन कल रविवार से शुरू होगा। सावन का महीना भगवान शिव को बहुत पसंद है। इस महीने में नीलकंठ पक्षी को देखना शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस महीने शिव की आराधना करने से सारी मनोकामना पूरी होती है। सावन सोमवार का व्रत करने की परंपरा भी हमारे यहां है। भक्तों की जानकारी के लिए बता दें कि इस बार चार सावन सोमवार ही पड़ेंगे।
कई आयोजन होंगे
सोमवार के दिन शिव के मंदिरों में जलाभिषेक होता है। पूरे महीने श्रद्धालु भगवान शिव की आराधना करेंगे। कल से ही कई आयोजन शुरू हो जाएंगे। सावन सोमवार को शहर के मंदिरों में भगवान शिव का रुद्राभिषेक कर अलग- अलग तरीके से सजाया जाता है। भक्त सुबह से ही बम-बम भोले, जय भोलेनाथ के नाम से जयघोष करते हैं।
इन साम्रगी के साथ पूजा
इस महीने का धार्मिक और प्राकृतिक महत्व है। सावन में भगवान को प्रसन्न करने के लिए बेल पत्र, धतूरा और फूल आदि अर्पित करने के लिए शिवलिंग का निर्माण कर पूजा— अर्चना करने से भगवान भोलेनाथ की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
मध्यप्रदेश में सोशल डिस्टेंसिंग
इस बार कोरोना संक्रमण को देखते हुए शहर के शिवालयों में पूरे महीने विशेष धार्मिक अनुष्ठान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए पूरे किए जाएंगे। शहर के मंदिरों में मास्क लगाने के बाद सीमित संख्या में ही भक्तों को प्रवेश दिया जाएगा। इसी तरह गुफा मंदिर, पिपलेश्वर मंदिर, सिद्धेश्वर मंदिर, शिव भवानी मंदिर में अनुष्ठान होंगे।