BHOPAL.साल 2023 का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल, गुरुवार को लगने जा रहा है। यह सूर्य ग्रहण कंकणाकृति सूर्य ग्रहण यानी चूड़ी के छल्ले की तरह दिखाई देगा। वैज्ञानिक दृष्टि से सूर्य ग्रहण खगोलीय घटना मानी जाती है। ज्योतिषियों के मुताबिक यह सूर्य ग्रहण मेष राशि और अश्वनी नक्षत्र के अंदर ग्रहण में प्रवेश कर रहा है। जब सूर्य और पृथ्वी के बीच में चंद्रमा आ जाए तो सूर्य ग्रहण का प्रभाव व्यक्ति के ऊपर पड़ता है। चांद जितना नजदीक होता है या चंद्रमा जब सूर्य के प्रकाश को रोकता है तो उसका असर व्यक्ति के ऊपर भी पड़ता है। सूर्य ग्रहण जहां कुछ राशियों के लिए अशुभ रहेगा, वहीं ग्रहण का शुभ प्रभाव मिथुन राशि देखने को मिलेगा।
इन राशियों का लिए ग्रहण रहेगा अशुभ
साल का पहला सूर्य ग्रहण मेष राशि, कर्क राशि पर अशुभ प्रभाव डालेगा। मेष राशि वालों के वैवाहिक जीवन में तनातनी बढ़ सकती है। सेहत पर बुरा असर पड़ेगा। धन हानि के योग है, संभलकर रहें। व्यापार में घाटा हो सकता है। कर्क राशि के लोगों को आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ सकता है। संपत्ति का काम टाल दें। परिवार के सदस्य में से किसी की तबीयत खराब हो सकती है।
शुभ होगा मिथुन राशि पर ग्रहण का प्रभाव
मिथुन राशि वालों पर ग्रहण का प्रभाव बड़ा ही सुंदर पड़ने वाला है। इनके पराक्रम में वृद्धि होगी, उनको प्रमोशन मिल सकता है। उन्हें सरकार की तरफ से कोई बड़ी खुशखबरी अगले 6 महीने में प्राप्त हो सकती है। जिन भी लोगों को पेट से संबंधित कोई समस्या हो। स्किन से चर्म रोग उत्पन्न हो रखा हो या कंठ में किसी प्रकार का दर्द हो तो 6 महीने में ये ठीक होने की संभावना है। मिथुन राशि के जिन जातकों के विवाह में अड़चन आ रही थी, इस सूर्य ग्रहण के अच्छे प्रभाव के कारण से उन लोगों को विवाह संबंधी तिथि तय हो सकती है।
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करियर और शिक्षा में मिलेगी नई कामियाबी
जो बालक विद्या अर्जित करने में लगे हुए हैं, उन छात्रों को विद्या में तरक्की प्राप्त हो सकती है। जिनके एग्जाम वाले छात्रों को परिणाम में फेवर प्राप्त होगा। मिथुन राशि के राजा बुध होने के कारण अगले 6 महीने में व्यापारी वर्ग को बड़ा लाभ होने वाला है। शेयर मार्केट का जो कार्य करते हैं, उन लोगों को भी लाभ होगा। निवेश से भी मिथुन राशि वाले जातकों को लाभ होगा। लेकिन, मिथुन राशि वाले अक्सर बातों को लेकर मन में संशय रखते हैं।
ग्रहण से बचने करें ये उपाय
सूर्य ग्रहण के प्रभाव से बचने के लिए देवी दुर्गा के मंत्रों का जाप करना चाहिए। छोटी कन्याओं को दान करना चाहिए। उन्हें वस्त्र या पढ़ने की सामग्री दान करने से सूर्य ग्रहण का अच्छा प्रभाव पड़ेगा। देवी दुर्गा के शीतला माता मंदिर में जाकर अथवा काली माता के मंदिर में जाकर अनार का दान देने से इस ग्रहण का जो आपके ऊपर बुरा प्रभाव है वह अच्छे में बदल जाएगा। साथ ही देवी के आशीर्वाद से जिनकी संतान नहीं है उनको संतान की प्राप्ति हो जाएगी। ग्रहण के मध्य में हरे रंग के वस्त्र पहन कर ही दुर्गा जी बीज मंत्रों का अथवा दुर्गा चालीसा का जप जरूर करें।
सूर्य ग्रहण में करें इस शक्तिशाली मंत्र का जाप
ग्रहण और सूतक काल में पूजा की मनाही है, लेकिन मंत्र का जाप करना अच्छा माना जाता है। इससे ग्रहण के अशुभ प्रभाव का असर नहीं होता। ग्रहण के समय महामृत्युंजय मंत्र का उच्चारण या फिर 'तमोमय महाभीम सोमसूर्यविमर्दन। हेमताराप्रदानेन मम शान्तिप्रदो भव॥ या विधुन्तुद नमस्तुभ्यं सिंहिकानन्दनाच्युत। दानेनानेन नागस्य रक्ष मां वेधजाद्भयात्॥२॥' का उच्चारण कर सकते हैं।
इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।