विदुर नीति: 4 स्थितियों में नींद नहीं आती, मन अशांत रहता है, जानें कब ऐसा होता है

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विदुर नीति: 4 स्थितियों में नींद नहीं आती, मन अशांत रहता है, जानें कब ऐसा होता है

विदुर की नीतियों के बारे में बहुत कम लोगों को पता होगा। विदुर महाभारत के अहम पात्र थे, जिन्होंने पांडवों को कई बार मृत्यु से बचाया। विदुर ऋषि व्यास के पुत्र थे। उनकी तेज बुद्धि से हर कोई प्रभावित था।आज हम उनकी ऐसी नीतियां बताएंगे, जिससे दुश्मनो की नींद उड़ सकती है।

काम-भावना

विदुर नीति के अनुसार जिस व्यक्ति के मन में काम-भावना आ जाए, उसकी नींद उड़ जाती है। जब तक वह अपने काम में सफल न हो जाए , तब तक वह अशांत रहता है। ऐसे में इंसान कोई भी काम ठीक से नहीं करता है।

बलवान से दुश्मनी

विदुर नीति के अनुसार, अगर व्यक्ति की शत्रुता उससे ज्यादा बलवान व्यक्ति से हो जाती है तो उसकी नींद उड़ जाती है। क्योंकि ऐसे में व्यक्ति हमेशा ये सोचता है कि मेरी दुश्मनी किसी बलवान से है। उससे कैसे बचकर निकला जाए। उसे यह भी डर सताता है कि कहीं कुछ हो न जाएं। इन्हीं सब चीजों के बारे में सोचने के कारण उसकी नींद पूरी तरह से उड़ जाती है।

सब -कुछ छीन लिया जाए

ऐसा माना जाता है कि अगर किसी व्यक्ति का सब-कुछ छीन लिया जाए तब उसकी रातों की नींद उड़ जाती है। परेशान रहने के कारण ऐसा व्यक्ति न तो चैन से जी पाता है और न ही चैन से सो पाता है। ऐसा व्यक्ति अपनी छीनी हुई चीज को वापस पाने की तरकीब सोचता रहता है। उसका यह प्रयास तब तक जारी रहता है जब तक उसकी छीनी हुई वस्तु प्राप्त नहीं हो जाती है।

चोरी की आदत

विदुर नीति के अनुसार जिस इंसान को चोरी करने की आदत पड़ जाए वह कभी भी चैन से नहीं सो पाता है। ऐसे में व्यक्ति हमेशा चोरी करने की योजना बनाता है। साथ ही उसे ये भी डर सताता रहता है कि कहीं उसे कोई पकड़ न लें।

नींद उड़ने के मायने