संजय गुप्ता, INDORE. मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपी पीएससी) ने हाईकोर्ट के अंतरिम आदेश और सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) के सर्कुलर के आधार पर नए फार्मूले से राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा-2019 और राज्य वन सेवा प्रारंभिक परीक्षा-2019 का रिजल्ट नए सिरे से जारी कर दिया है। इसके साथ ही इन परीक्षाओं के पूर्व में जारी किए गए प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के रिजल्ट शून्य घोषित कर दिए हैं। यानी कि उम्मीदवारों को अब फिर से मुख्य परीक्षा देना होगी। इसके बाद वे अगले चरण के लिए क्वालिफाई कर सकेंगे। इसी के साथ पीएससी ने डेंटल सर्जन परीक्षा 2022 का भी रिजल्ट घोषित कर दिया है। इसमें अब आगे इंटरव्यू की प्रक्रिया होगी।
अगले साल 2023 में होंगी परीक्षाएं
पीएससी ने इसके साथ ही यह भी जानकारी दी है कि राज्य सेवा परीक्षा-2019 की मुख्य परीक्षा जनवरी 2023 के दूसरे सप्ताह में होगी और राज्य सेवा वन परीक्षा 2019 की लिखित परीक्षा 2023 फरवरी में होगी।
इस फॉर्मूले के आधार पर तैयार किया रिजल्ट
प्रारंभिक परीक्षा में पद के मुकाबले 15 गुना परीक्षार्थियों को लिखित परीक्षा के लिए पात्र माना जाता है। जीएडी के दिशा निर्देश के आधार पर पीएससी ने सभी विभागों से रोस्टर सहित उनके कुल पदों में आरक्षण मांगा। इसके बाद इन पदों को 87 फीसदी मानकर मूल रिजल्ट बनाया गया है। इसमें ओबीसी के लिए आरक्षित पद 14 फीसदी रखे गए हैं बाकी 13 फीसदी पदों को ओबीसी और जनरल दोनों कैटेगरी का मानकर इन पदों (13 फीसदी) के विरुद्ध 15 गुना ओबीसी कैटेगरी के और 15 गुना सामान्य कैटेगरी के अलग-अलग परीक्षार्थियों का प्रोवीजनल रिजल्ट भी जारी किया गया है।
..तो जनरल कैटेगरी का प्रोवीजनल रिजल्ट जीरो हो जाएगा
यदि हाईकोर्ट भविष्य में ओबीसी आरक्षण 27 फीसदी करता है तो फिर जनरल कैटेगरी का प्रोवीजनल रिजल्ट जीरो हो जाएगा और ओबीसी के परीक्षार्थी अगले चरण में जाएंगे। दूसरी ओर यदि ओबीसी आरक्षण 14 फीसदी ही बरकरार रखा जाता है तो यह 13 फीसदी पद जनरल कैटेगरी के खाते में चले जाएंगे और प्रोवीजनल रिजल्ट कैटेगरी में आए सामान्य अभ्यर्थी पीएससी के अगल चरण के लिए पात्र होंगे।
जानिए रिजल्ट में किस वर्ग के लिए कितने पद
राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा-2019 के 571 पदों के लिए कुल 8965 अभ्यर्थियों का मूल रिजल्ट घोषित किया है। इसमें सामान्य कैटेगरी के 3004, एससी के 1420, एसटी के 1715 और ओबीसी के 1026 अभ्यर्थी लिखित परीक्षा के लिए पात्र घोषित किए गए हैं। वहीं बाकी 13 फीसदी पदों के लिए प्रोवीजनल रिजल्ट में कुल 4215 अभ्यर्थी पात्र माने गए हैं, इसमें जनरल कैटेगरी के 2177 और ओबीसी के 2038 पात्र घोषित हुए हैं।
राज्य सेवा परीक्षा की यह है स्थिति
- राज्य सेवा परीक्षा-2019 इसके प्रारंभिक और लिखित परीक्षा दोनों के रिजल्ट आ चुके थे और साक्षात्कार का चरण बचा था। लेकिन अब नए सिरे से प्रांरभिक परीक्षा का रिजल्ट आया है, यानी लिखित फिर से होगी और इसमें पास होने वाले फिर साक्षात्कार दे सकेंगे।
राज्य वन सेवा और डेंटल सर्जन के रिजल्ट में ये फॉर्मूला
राज्य वन सेवा परीक्षा-2019 के लिए केवल 6 पद थे। इसमें ओबीसी के लिए एक ही पद था चूंकि रोस्टर में इससे कम हो नहीं सकता। इसलिए इसमें मूल और प्रोवीजनल रिजल्ट अलग-अलग नहीं बन सकता, इसलिए फिर से रोस्टर सिस्टम से आए पद आरक्षण के आधार पर 99 अभ्यर्थियों को नए सिरे से लिखित परीक्षा के लिए पात्र घोषित किया गया और पूर्व में जारी रिजल्ट जीरो कर दिया गया है। इसी तरह डेंटल सर्जन की जुलाई 2022 में हुई लिखित परीक्षा में भी रोस्टर सिस्टम लागू नहीं हो रहा और नए फॉर्मूले से पदों पर अंतर नहीं आ रहा है, इसी कारण से इसमें इंटरव्यू के लिए 227 अभ्यर्थियों को पात्र घोषित किया गया है।