INDORE. JEE मेंस में इंदौर के दो स्टूडेंट्स मध्यप्रदेश (MP) टॉपर रहे। दोनों ही छात्रों को फर्स्ट अटेम्पट में सक्सेस मिली। 99.995 पर्सेंट लाकर सम्यक जैन लड़कों में फर्स्ट आए। वहीं, इंदौर की मीशा जैन 99.83 पर्सेंट हासिल कर गर्ल्स टॉपर रहीं। अब सम्यक और मीशा JEE एडवांस्ड की तैयारी में जुट गए हैं।
सम्यक जैन बोले- भाई से मिली इंस्पिरेशन
सम्यक जैन इंदौर में राऊ के कैंट एरिया में रहते हैं। सम्यक के पिता मुकेश कुमार जैन कैंट में सांइटिफिक ऑफिसर हैं। मां ऋतु जैन हाउस वाइफ हैं। सम्यक का बड़ा भाई अर्पित जैन आईआईटीयन (IIT) है और वह बैंगलुरू की एक मल्टीनेशनल कंपनी (Multinational company) में है। सम्यक ने बताया कि उन्हें बड़े भाई से ही इंस्पिरेशन मिली है। 11 जुलाई को ही मैसेज से पता चला कि वे मध्यप्रदेश (MP) टॉपर हैं। सम्यक ने महर्षि विद्या मंदिर से 12th के एग्जाम दिए हैं जिसका रिजल्ट आना अभी बाकी है।
वीक सब्जेक्टस पर करें फोकस
सम्यक पिछले दो साल से जेईई की तैयारी कर रहे हैं। यह उनका फर्सट अटैम्पट था। सम्यक ने कहा कि पढ़ाई पर फोकस करें, मैं रोज का गोल (Goal) रखता था और रोजाना 9 से 10 घंटे पढ़ता था। सम्यक कोविड के दौरान ऑनलाईन क्लासेस लेते थे। सम्यक ने एस्पिरेंट्स को सलाह देते हुए कहा कि अपने वीक सब्जेक्ट्स पर फोकस करें। मेरी फिजिक्स और मैथ सब्जेक्ट की तैयारी अच्छी थी, इसलिए उन्होंने केमिस्ट्री सब्जेक्ट पर ज्यादा फोकस किया था।
1% भी उम्मीद नहीं थी कि मैं टॉप करूंगी- मीशा
मध्यप्रदेश की गर्ल्स टॉपर मीशा ने कहा कि उन्हें पता ही नहीं था कि वे टॉपर हैं। जब उन्हें पता चला कि वे टॉपर हैं, तब क्लास में एडवांस का टेस्ट दे रहीं थीं। पता चलने पर मीशा ने पिता को फोन कर इसकी जानकारी दी, तो वे बहुत खुश हुए। मीशा ने बताया कि 1 % भी उम्मीद नहीं थी कि वे टॉप करेंगीं। उन्हें ये उम्मीद जरूर थी कि उनके अच्छे पर्सेंटा आएंगे। मीशा के पिता राहुल जैन कपड़ा व्यापारी हैं और मां श्वेता हाउस वाइफ हैं। मीशा का छोटा भाई 7th क्लास में पढ़ता है।
भाइयों से ली इंस्पिरेशन
मीशा ने 7th क्लास में ही तय कर लिया था कि वे JEE की एग्जाम देंगी। मीशा ने बताया कि उनके कजिंस ने JEE का एग्जाम दिया था। उन्हें देखकर ही वे इस फील्ड में आईं। क्लास 10th में इंजीनियरिंग (Engineering) करने का डिसाईड कर लिया था। अब मीशा JEE एडवांस्ड की तैयारी में लगी हैं।
कोविड होने के बाद भी की पढ़ाई
मीशा ने बताया कि 2020 से ही लॉकडाउन में घर में रह कर वे एग्जाम की तैयारी कर रही हैं। इस दौरान उनके परिवार में सभी को कोविड हो गया था, वे होम आइसोलेट थे। इसके बाद भी उन्होंने पढ़ाई से ब्रेक नहीं लिया। अपने शेड्यूल पर स्टिक रहते हुए 12-13 घंटे पढ़ाई की। इस बीच, उन्होंने फाइनेंशियल क्राइसिस भी देखा। मगर, पढ़ाई पर फोकस रखा। मीशा ने कहा कि अगर वे उस वक्त पढ़ाई पर ध्यान नहीं देती, तो शायद ये रिजल्ट नहीं मिलता। मीशा साथ ही सभी एस्पिरेंट्स को किसी भी हालत पर अपना शेड्यूल न छोड़ने की सलाह दी।
मोबाइल-सोशल मीडिया से दूरी
मीशा ने बताय कि वि हाई टेक्नोलॉजी के इस दौर में भी कीपैड वाला फोन यूज करती हैं। वे मोबाइल और सोशल मीडिया से दूर हैं। इसी तरह सम्यक भी अपने पास मोबाइल कम रखते हैं। सोशल मीडिया पर भी एक्टिव नहीं रहते।