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आजकल छात्रों के लिए एडमिनिस्ट्रेटिव और ऑफिस नौकरियों के कई अच्छे मौके हैं। ये नौकरियां उन्हें न केवल स्टेबिलिटी देती हैं, बल्कि प्रैक्टिकल स्किल्स और पब्लिक सर्विस में एक अच्छा इम्पैक्ट भी डालती हैं। खासकर सरकारी नौकरी के लिए कम्पटीशन बढ़ गई है और लोग इन नौकरियों को पाने के लिए मेहनत कर रहे हैं।
चाहे वह राज्य सेवा आयोग के पद हों, सरकारी प्रशासनिक पद हों या सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में काम करने के अवसर हों, ये सारे फील्ड्स बहुत बड़े हैं। इनमें सफल होने के लिए सही प्रिपरेशन और स्ट्रेटेजी का पालन करना जरूरी होता है।
इस आर्टिकल में हम इन नौकरियों की जिम्मेदारियों, जरूरी स्किल्स और तैयारी के तरीके बताएंगे जिससे आप इस फील्ड में अच्छे से तैयार हो पाएं। एडमिनिस्ट्रेटिव जॉब पाने के लिए छात्रों को सही गाइडेंस और सही तैयारी की जरूरत होती है। आइए जानें...
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भारत में एडमिनिस्ट्रेटिव जॉब्स के कुछ पोसिशन्स
भारत में लोक सेवा आयोग के तहत अलग-अलग एडमिनिस्ट्रेटिव पोसिशन्स के लिए अलग-अलग परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं। ये जॉब्स ऑफिसियल और पब्लिक सेक्टर की नौकरियों में एंट्रेंस का मेजर तरीका है।
इन पोसिशन्स में जॉब्स के लिए उम्मीदवारों को विशेष परीक्षाओं से गुजरना होता है, जो कठिन होती हैं और इसके लिए लंबी और डीप तैयारी की जरूरत होती है। जैसे-
📜👨⚖️ भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS)
IAS अधिकारी भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और राज्य सरकारों में उच्च पदों पर काम करते हैं। उनका काम पॉलिसी मेकिंग, एडमिनिस्ट्रेटिव फंक्शन्स का ऑपरेशन और राज्य या केंद्र सरकार के कार्यों को प्रभावी रूप से लागू करना होता है। IAS अधिकारी जिलों के कलेक्टर, सेक्रेटेरिएट, मंत्रालयों आदि में वर्किंग हो सकते हैं।
तैयारी:
- IAS परीक्षा की तैयारी के लिए उम्मीदवार को UPSC (Union Public Service Commission) के तहत आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में पास होना होता है।
- इसमें तीन फेज होते हैं: प्रारंभिक परीक्षा (Prelims), मुख्य परीक्षा (Mains) और साक्षात्कार (Interview)।
- इसके लिए भारतीय इतिहास, भूगोल, राजनीति, अर्थशास्त्र और सामान्य अध्ययन पर गहरी पकड़ होनी चाहिए।
सैलरी:
- IAS अधिकारियों की स्टार्टिंग सैलरी 56 हजार रुपए (ग्रेड पे 54 सौ रुपए) होता है।
- समय के साथ प्रमोशन के बाद यह वेतन बढ़ता है।
- कुछ उच्च पदों पर एक लाख से अधिक तक हो सकता है।
🚔👮♂️ भारतीय पुलिस सेवा (IPS)
IPS अधिकारी राज्य और केंद्र सरकार के तहत पुलिस प्रशासन का संचालन करते हैं। उनका मुख्य कार्य अपराधों की रोकथाम, कानून-व्यवस्था बनाए रखना और सुरक्षा व्यवस्था को सिक्योर करना है। वे पुलिस विभाग में उच्च पदों पर काम करते हैं जैसे कि पुलिस आयुक्त, एसपी (SP), आईजी (IG) और डीजी (DG)।
तैयारी:
- IPS की परीक्षा भी UPSC आयोजित करता है।
- इसमें भी IAS की तरह तीन फेज होते हैं: प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार।
- पुलिस एडमिनिस्ट्रेशन, क्रिमिनोलॉजी और लीगल सिस्टम पर विशेष ध्यान देना पड़ता है।
सैलरी:
- IPS अधिकारियों की स्टार्टिंग सैलरी 60 हजार रुपए होता है।
- सीनियर पोसिशन्स पर जैसे पुलिस महानिदेशक (DGP) के रूप में डेढ़ लाख या उससे अधिक वेतन भी मिल सकता है।
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🌍🤝 भारतीय विदेश सेवा (IFS)
IFS अधिकारी भारत के विदेश मंत्रालय में काम करते हैं। उनका मुख्य कार्य भारतीय कूटनीति का प्रबंधन करना, विदेशों में भारतीय दूतावासों और उच्चायोगों का संचालन करना और विभिन्न देशों के साथ भारत के राजनयिक संबंधों को मजबूत बनाना है। वे भारत के प्रतिनिधि के रूप में विदेशों में नियुक्त होते हैं।
तैयारी:
- IFS की परीक्षा UPSC आयोजित करती है।
- इसमें जनरल स्टडीज और एक ऑप्शनल सब्जेक्ट जैसे राजनीति, अंतरराष्ट्रीय संबंध और समाजशास्त्र पर ध्यान देना पड़ता है।
सैलरी:
- IFS अधिकारियों की स्टार्टिंग सैलरी 60 हजार रुपए या उससे ज्यादा भी हो सकता है।
- विदेश में नियुक्ति के समय वेतन में एडिशनल अल्लोवान्सेस होते हैं, जैसे कि हाउसिंग अलाउंस, फॉरेन सर्विस अलाउंस आदि।
- उच्च पदों पर यह डेढ़ लाख या उससे अधिक भी हो सकता है।
🏛️📋 राज्य प्रशासनिक सेवाएं (SAS)
SAS अधिकारी राज्य सरकार के विभिन्न प्रशासनिक विभागों में काम करते हैं। उनका कार्य राज्य सरकार की नीतियों का कार्यान्वयन, जिला प्रशासन का संचालन और जनता की समस्याओं का समाधान करना होता है। ये अधिकारी राज्य स्तर पर सरकार की योजनाओं का संचालन करते हैं।
तैयारी:
- SAS परीक्षा राज्य लोक सेवा आयोग आयोजित करती है।
- यह परीक्षा तीन चरणों में होती है: प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार।
- उम्मीदवार को राज्य के एडमिनिस्ट्रेटिव फ्रेमवर्क, योजनाओं और कानूनों का अच्छा ज्ञान होना चाहिए।
सैलरी:
- SAS अधिकारियों की स्टार्टिंग सैलरी 45 हजार रुपए से 60 हजार रुपए के बीच होता है।
- समय के साथ यह वेतन बढ़ सकता है, हाई पोसिशन्स पर ये एक लाख या उससे अधिक भी हो सकता है।
🌾🏡 नगर निगम और जिला प्रशासन के पद
नगर निगम और जिला प्रशासन के पदों में अधिकारी स्थानीय प्रशासन का संचालन करते हैं। इनमें नगर निगम आयुक्त, जिला कलेक्टर और उप-कलेक्टर शामिल हैं।
इन अधिकारियों का कार्य शहर या जिले के विकास कार्यों की निगरानी करना, कानून-व्यवस्था बनाए रखना और नागरिक सेवाओं का संचालन करना है।
तैयारी:
- इन पदों के लिए राज्य लोक सेवा आयोग या अन्य संबंधित संस्थाओं द्वारा आयोजित परीक्षाओं को पास करना होता है।
- उम्मीदवारों को स्थानीय प्रशासन, नगर निगम कानून और राज्य की नीतियों का ज्ञान होना चाहिए।
सैलरी:
- इन पदों पर अपॉइंटमेंट होने पर वेतन 45 हजार रुपए से 70 हजार रुपए के बीच हो सकता है।
- उच्च पदों पर यह वेतन 80 हजार रुपए से डेढ़ लाख रुपए या उससे ज्यादा भी हो सकता है।
🏙️🏢 पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइजेस (PSUs)
PSUs में अधिकारी विभिन्न सरकारी इनिशिएटिव में काम करते हैं जैसे BHEL, ONGC, SAIL, NTPC, आदि। इन अधिकारियों का काम इन इनिशिएटिव के ऑपरेशन्स, प्रोजेक्ट्स मैनेजमेंट और फाइनेंसियल प्लान्स की निगरानी करनी होती है। वे इन संस्थाओं के विभिन्न विभागों में काम करते हैं, जैसे मानव संसाधन, प्रोडक्शन, फाइनेंस और मार्केटिंग।
तैयारी:
- PSU परीक्षा के लिए GATE (Graduate Aptitude Test in Engineering) जैसी परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करना होता है।
- इसके अलावा, कर्मचारी चयन आयोग (SSC) या संबंधित संस्थाओं द्वारा आयोजित परीक्षाएं भी होती हैं।
सैलरी:
- PSU में भर्ती होने वाले अधिकारियों की स्टार्टिंग सैलरी 50 हजार रुपए से 60 हजार रुपए तक होती है।
- प्रमोशन के बाद यह वेतन बढ़ सकता है और
- उच्च पदों पर 80 हजार रुपए से डेढ़ लाख रुपए या उससे अधिक हो सकती है।
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🏙️🏢 तैयारी के तरीके
भारत में प्रशासनिक और सरकारी पदों के लिए कई प्रमुख परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं। इन परीक्षाओं की तैयारी के लिए सही गाइडेंस, रिसोर्सेज और स्टडीज की योजना बनाना बहुत जरूरी होता है। इन कुछ आसान तरीकों से आप
🏛️ कोचिंग इंस्टिट्यूट
कोचिंग इंस्टिट्यूट उम्मीदवारों को इन परीक्षाओं के लिए स्पेसिफिक गाइडेंस और तैयारी करवाते हैं। इनमें परीक्षा के लिए प्रॉपर कोर्स, परीक्षा पैटर्न और मॉक टेस्ट शामिल होते हैं, जो उम्मीदवारों को अपनी तैयारी को सही दिशा में निर्देशित करने में मदद करते हैं। कुछ
प्रमुख कोचिंग संस्थान हैं:
- राजिंदर नगर (दिल्ली): यह दिल्ली में स्थित कई प्रमुख कोचिंग संस्थानों का केंद्र है, जो UPSC, राज्य PSC और SSC के लिए प्रसिद्ध हैं।
- विक्रम शुक्ला और अन्य संस्थान: ये संस्थान परीक्षा के विभिन्न पहलुओं पर फोकस करते हैं और छात्रों को सटीक और अद्यतन सामग्री प्रदान करते हैं।
🚔👮♂️सेल्फ स्टडी रिसोर्सेज
सेल्फ स्टडी करना उन छात्रों के लिए उपयुक्त है जो अपनी गति से पढ़ाइ करना पसंद करते हैं। इसके लिए कुछ रिसोर्सेज ये सकते हैं:
- पुस्तकें: UPSC के लिए NCERT की किताबें और अन्य महत्वपूर्ण किताबें जैसे कि मंथली मैगज़ीन, सामान्य अध्ययन के लिए "आधुनिक भारत", "भारतीय राजनीति" आदि।
- ऑनलाइन ट्यूटोरियल: वेबसाइट्स और यूट्यूब चैनल्स से आप फ्री या सशुल्क ट्यूटोरियल प्राप्त कर सकते हैं, जैसे Unacademy, BYJU’s, Khan Academy आदि।
- मॉक टेस्ट: मॉक टेस्ट उम्मीदवारों को परीक्षा की वास्तविक स्थिति से परिचित कराते हैं और उन्हें सेल्फ असेसमेंट करने में मदद करते हैं।
🏢💼पोस्टग्रेजुएट सिलेबस
पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, कानून और प्रबंधन जैसे पोस्टग्रेजुएट सिलेबस UPSC की परीक्षा के लिए मददगार हो सकते हैं। ये सिलेबस इम्पार्ट डीप नॉलेज करते हैं और उम्मीदवारों को एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेज में बेहतर समझ देते हैं।
कुछ मेजर पोस्टग्रेजुएट सिलेबस हैं:
- पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन: यह सिलेबस एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस पॉलिसीस, मेथोडोलोग्य और डेवलपमेंट टास्कस को समझने में मदद करता है।
- कानून (LLM): यह सिलेबस उम्मीदवारों को कानून और संविधान के महत्व को समझने में मदद करता है, जो UPSC जैसे एग्जाम में आवश्यक होता है।
- प्रबंधन (MBA): यह सिलेबस उम्मीदवारों को प्रशासनिक और व्यावसायिक कार्यों के प्रबंधन में दक्ष बनाता है, जो विभिन्न सरकारी विभागों में काम आने वाली एक जरूरी कैपेसिटी है।
💼🛤️तैयारी के तरीके
परीक्षा के पैटर्न को समझना
- पहला और सबसे जरूरी कदम है परीक्षा के पैटर्न और पाठ्यक्रम को पूरी तरह से समझना।
- इससे यह सुनिश्चित होता है कि आप सही दिशा में तैयारी कर रहे हैं और किसी जरूरी विषय को छोड़ नहीं रहे हैं।
टाइम मैनेजमेंट और स्टडी प्लानिंग बनाना
- तैयारी के दौरान सही समय मैनेजमेंट एक्सट्रेमेली जरूरी है।
- प्रत्येक दिन को प्लांड तरीके से डिवाइड करें और सुनिश्चित करें कि आप सभी विषयों पर ध्यान दे रहे हैं।
- एक सख्त टाइम टेबल बनाएं और उसे पालन करें।
अभ्यास और मॉक टेस्ट
- मॉक टेस्ट और पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों का अभ्यास करें।
- इससे परीक्षा का सही अनुभव मिलेगा और आप अपनी गति को बेहतर बना पाएंगे।
- यह आत्मविश्वास भी बढ़ाता है।
सही रिसोर्सेज का चयन
- तैयारी के लिए सही किताबें और स्टडी मटेरियल का चयन करें।
- बुक्स के साथ-साथ डिजिटल संसाधनों का भी उपयोग करें, जैसे कि ऑनलाइन ट्यूटोरियल, ब्लॉग्स और वीडियो लेक्चर।
मानसिक स्थिति बनाए रखें
- इन कठिन परीक्षाओं के लिए मानसिक स्थिति भी बहुत जरूरी है।
- शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहना जरूरी है, क्योंकि लंबी तैयारी और परीक्षा की प्रक्रिया मानसिक दबाव बना सकती है।
📜👨⚖️ एडमिनिस्ट्रेटिव पोसिशन्स के लिए परीक्षा की तैयारी एक लंबी और कठिन प्रक्रिया है, लेकिन सही गाइडेंस और डेडिकेशन के साथ यह संभव है। ध्यान रखें कि सफलता की कुंजी निरंतरता, समर्पण, और सही योजना में है।
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