RAIPUR. छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर गुटबाजी देखने को मिली है। इसके साथ ही आरोप-प्रत्यारोप का भी दौर शुरू हो गया है। दरअसल पीसीसी चीफ मोहन मरकाम के कुछ ही घंटों पहले नई नियुक्ति को प्रदेश प्रभारी सैलजा ने रद्द करते हुए नई नियुक्ति का आदेश जारी कर दिया। इसके बाद बीजेपी हमलावर हो गई है। बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने शैलजा के आदेश को आदिवासियों का अपमान बताया है।
रमन सिंह ने ट्वीट कर ये लिखा-
रमन सिंह ने सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हुए लिखा कि चापलूसी, जी हजूरी वाले सब इनाम के हकदार है जिनकी रीढ़ सलामत है उन्हें झेलना तिरस्कार है। रिमोट कंट्रोल संचालित कांग्रेस की प्रभारी कुमारी सैलजा का यह आदेश पूरे छत्तीसगढ़ के आदिवासियों का अपमान है। आपसी कलह के चलते पहले आदिवासी प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम की फोटो से परहेज था, अब उनकी कलम से निकले आदेश को निरस्त कर दाऊ ने अपनी नीयत स्पष्ट कर दी है।
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ये है पूरा मामला
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारियों को नया प्रभार का आदेश जारी किया था। गुरुवार (22 जून) को ही कांग्रेस की दो दिवसीय बैठक में शामिल होने छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा रायपुर पहुंची थी। रायपुर पहुंचने के बाद शैलजा ने पीसीस चीफ की तरफ से दिया गया पदाधिकारियों का आदेश रद्द कर दिया। साथ ही सैलजा ने मोहन मरकाम को पत्र लिखकर कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी में रवि घोष को महामंत्री प्रभारी प्रशासन और संगठन के पद का प्रभार दिया जाए। शैलजा ने पत्र मुख्यमंत्री निवास में हुई बैठक के बाद मोहन मरकाम को लिखा। इस बैठक में कुमारी सैलजा के अलावा विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, नगरीय निकाय मंत्री शिव डहरिया प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम और अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे।