KANPUR. इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) की केंद्रीय परिषद और उसकी पांचों रीजनल इकाइयों की परिषद का कार्यकाल अब चार साल का होगा। 7 और 8 दिसंबर 2024 को केंद्रीय और क्षेत्रीय परिषद के एक साथ होने वाले चुनाव के साथ ही यह बदलाव लागू हो जाएगा। अभी चार्टर्ड अकाउंटेंट की इन दोनों परिषद का कार्यकाल तीन साल होता है।
वर्तमान में क्या है नियम?
चार्टर्ड अकाउंटेंट हर तीन साल में केंद्रीय परिषद के 32 और सेंट्रल इंडिया रीजनल काउंसिल के 12 सदस्य चुनते हैं। चुने गए केंद्रीय और क्षेत्रीय सदस्य अपने बीच से ही एक साल के लिए अध्यक्ष, सचिव और अन्य पदाधिकारी चुनते हैं। एक चार्टर्ड अकाउंटेंट सदस्य बनने के लिए लगातार तीन कार्यकाल यानी नौ साल तक चुनाव लड़ सकता है। इसके बाद अगर चुनाव लड़ना है तो तीन साल इंतजार करना पड़ता है।
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नए नियम में अब यह होगा
अब लागू होने जा रही व्यवस्था में परिषद का कार्यकाल चार साल का होगा और सदस्य पद के लिए सिर्फ दो बार ही चुनाव लड़ा जा सकेगा। सेंट्रल इंडिया रीजनल काउंसिल के पूर्व सभापति दीप कुमार मिश्रा के मुताबिक नई प्रक्रिया में दो कार्यकाल के बाद नए चार्टर्ड अकाउंटेंटों को मैदान में उतरने का मौका मिलेगा। इससे नए चेहरे सामने आएंगे।
देशभर में चार लाख मतदाता
इस समय पूरे देश में करीब चार लाख चार्टर्ड अकाउंटेंट मतदाता हैं। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान तक फैले सेंट्रल इंडिया रीजनल काउंसिल में वहां 78 हजार सदस्य हैं। इनमें से 2,300 कानपुर से हैं।