देश के विश्वविद्यालयों में एनसीसी एक वैकल्पिक विषय ( optional subject ) के रूप में शामिल होने जा रहा है। इसको लेकर हालही में गाइडलाइन जारी की गई है। दरअसल विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ( UGC ) ने इसे लेकर एक नोटिफिकेशन जारी किया है।
इसमें उच्च शिक्षण संस्थानों को पाठ्यक्रम में एनसीसी को वैकल्पिक विषय के रूप में शामिल करने के निर्देश दिए गए थे।
इसी के साथ कहा गया है कि एनसीसी को वैकल्पिक विषय के रूप में पेश करने के लिए उच्च शिक्षण संस्थानों का एनसीसी ट्रुप्स से संबद्ध होना जरूरी है।
नोटिफिकेशन में क्या कहा
जानकारी के मुताबिक यूजीसी के नोटिफिकेशन में कहा गया है कि एनसीसी को वैकल्पिक विषय के रूप में सिर्फ उन्हीं विद्यार्थियों को ऑफर किया जा सकता है,
जिन्होंने एनसीसी कैडेट के रूप में इनरोलमेंट कराया होगा। हालांकि सरकार ने साल 2021 में ही कॉलेजों में एनसीसी को एक वैकल्पिक विषय के रूप में शामिल करने की अनुमति दे दी थी।
कितने पॉइंट का होता है एनसीसी कोर्स
जानकारी के मुताबिक बी और सी सर्टिफिकेट के लिए एनसीसी पाठ्यक्रम को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम ( CBCS ) के अनुसार डिजाइन किया गया है। ये छह सेमेस्टर को कवर करते हुए 24 क्रेडिट प्वाइंट प्रदान करता है।
एनसीसी सर्टिफिकेट के फायदे
आपको बता दें कि एनसीसी में शामिल होने के बहुत से फायदे हैं। दरअसल एनसीसी में ट्रेनिंग पूरी करने के बाद सर्टिफिकेट प्रदान किया जाता है। इसी के साथ एनसीसी सर्टिफिकेट होल्डर कैंडिडेट्स को सेना, पुलिस सहित अन्य सरकारी नौकरियों में छूट प्रदान की जाती है।
कॉलेज और यूनिवर्सिटी में एडमिशन के समय भी एनसीसी सर्टिफिकेट होल्डर्स को छूट मिलती है। इसी के साथ आगे की पढ़ाई के लिए एनसीसी में शामिल हो चुके अभ्यर्थियों को स्कॉलरशिप भी प्रदान की जाती है।
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