राजस्थान के सरकारी स्कूलों में नया एकेडमिक सेशन 2025-26 आज से शुरू हो गया है। प्रदेश के लगभग 70 हजार सरकारी स्कूलों में मंगलवार से बच्चों की रौनक लौटेगी।
इससे पहले 17 मई से बच्चों का समर वेकेशन शुरू हुआ था, जिसके बाद अब एजुकेशन प्रोसीडिंग्स फिर से शुरू हो रही है। यह पहला अवसर है जब 10 साल बाद नया सत्र 1 जुलाई से शुरू हो रहा है, इससे पहले 2014-15 में ऐसा हुआ था।
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नया कैलेंडर जारी
एकेडमिक सेशन की शुरुआत के साथ ही राजस्थान शिक्षा विभाग ने स्कूलों के लिए नया कैलेंडर भी जारी किया है। कैलेंडर में इस सत्र में कुल 365 दिन का डिटेल है, जिसमें 235 वर्किंग डे और 130 दिन हॉलिडे होंगे।
इनमें 52 रविवार और 91 छुट्टियां शामिल हैं। यदि इन छुट्टियों के अलावा हाफ इयरली एग्जाम, एनुअल एग्जामिनेशन, टीचर्स कांफ्रेंस, जिला कलेक्टर और प्रिंसिपल के हॉलिडे के दिन भी निकाल दिए जाएं, तो वर्किंग डेज की संख्या 190 दिन रह जाएगी।
नया कैलेंडर और वर्किंग डेज
प्रदेश के सरकारी स्कूलों के लिए इस बार नया शैक्षिक कैलेंडर पहले से भी ज्यादा अच्छा और सिस्टेमेटिक किया गया है। इसमें सबसे ज्यादा ध्यान हॉलीडेज और वर्किंग डेज के बीच बैलेंस बनाने पर दिया गया है।
- 235 वर्किंग डेज में से कुछ जरूरी दिन जैसे हाफ इयरली एग्जामिनेशन और एनुअल एग्जामिनेशन भी शामिल हैं।
- 130 हॉलीडेज में 52 रविवार और 91 छुट्टियां शामिल हैं, जो छात्रों और शिक्षकों को जरूरी राहत देने के लिए तय किए गए हैं।
- इसके अलावा, स्कूलों में छात्रों के लिए कई विशेष वर्कशॉप्स और शिक्षक सम्मेलन भी आयोजित होंगे, ताकि वे शिक्षा के क्षेत्र में और भी ज्यादा प्रोग्रेस कर सकें।
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क्या बदलाव होंगे इस सेशन में
इस सेशन में शिक्षा विभाग ने कुछ जरूरी बदलाव किए हैं, जो विद्यार्थियों और शिक्षकों की शिक्षा की क्वालिटी को सुधारने में मदद करेंगे:
- नई करिकुलम सिस्टम - इस बार छात्रों को पढ़ाई में अधिक रुचि पैदा करने के लिए लेटेस्ट कोर्स को शामिल किया गया है।
- अप्रैजल सिस्टम में बदलाव- हाफ इयरली और एनुअल एक्सामिनाशंस में बदलाव किए गए हैं ताकि छात्रों को समय पर परीक्षा देने का मौका मिले और शिक्षा का स्तर बेहतर हो।
- टीचर ट्रेनिंग - टीचर कॉन्फरेन्सेस और वर्कशॉप्स का आयोजन किया जाएगा ताकि वे शिक्षा के नए तरीकों से परिचित हो सकें और अपनी वर्क एफिशिएंसी में सुधार कर सकें।
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