NEW DELHI. विश्वविद्यालय के स्नातक कोर्सों में दाखिले के लिए आयोजित कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) अंडर ग्रेजुएट (UG) में पूछे गए दर्जनों सवालों के जवाब नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने गलत बताए हैं। यह जानकारी तब मिली जब NTA ने उत्तर पुस्तिका जारी की। NTA ने परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों को गलत जवाबों को चुनौती देने के लिए एक जुलाई तक का समय दिया है। छात्रों ने एनटीए की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सबसे अधिक गड़बड़ी 30 मई की परीक्षा की उत्तर पुस्तिका में
जानकारी मिली है कि सबसे अधिक गड़बड़ी 30 मई को तीसरी पाली में आयोजित परीक्षा की उत्तर पुस्तिका में मिली। इसमें जनरल टेस्ट में पूछे गए करीब 16 सवालों के जवाब गलत हैं। दूसरे विषयों के भी दर्जनों सवालों के उत्तर गलत पाए गए। जनरल टेस्ट में पूछे गए एक सवाल में एनटीए ने ऐसे विकल्प को सही बताया है, जिनमें पंजाब, राजस्थान और गुजरात की सीमाओं के चीन से जुड़ने की बात है, वहीं बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और असम की सीमाओं के पाकिस्तान से मिला हुआ बताया गया है।
पंचतंत्र का लेखक का नाम गलत बताया
एक जवाब में पंचतंत्र का लेखक लियो टाल्स्टाय को बताया गया है, जबकि उनकी पुस्तक वार एंड पीस के लेखक प्लेटो को बताया गया है। छात्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 30 मई को तीसरी पाली के उत्तर पुस्तिका ने जिन सवालों के जवाब गलत बताए गए है, उनमें सवाल संख्या-तीन , सात, नौ, 12, 13, 31, 33, 35, 36, 40, 45, 50, 55, 57 और 60 है। दूसरे विषयों में भी कई सवालों के जवाब गलत हैं।
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एनटीए की ओर से बताए गए गलत उत्तरों को दी चुनौती
कई छात्रों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया है कि उन्होंने एनटीए की ओर से बताए गए गलत उत्तरों को चुनौती दे दी है। जल्द ही और भी सवालों को चुनौती दी जाएगी। इस बीच सवाल है कि यदि छात्रों ने इन सवालों को नहीं जांचा होता, तो एनटीए की ओर से गलत जवाबों को ही सही मानकर परिणाम जारी कर दिया जाता।
सीयूईटी-यूजी में देश के 25 लाख विद्यार्थियों ने लिया था हिस्सा
एक ही पाली की परीक्षा में जिस तरीके से बड़ी संख्या में गलत उत्तर मिले हैं, उससे छात्रों को बड़ा नुकसान हो जाता। इसे लेकर एनटीए से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन बात नहीं हो सकी। सीयूईटी-यूजी में देश के करीब 25 लाख विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया है। इस बार 250 से अधिक विश्वविद्यालय इनमें शामिल हुए।