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भोपाल. 14 सितंबर को स्कूल शिक्षा विभाग ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने 18 महीने से बंद प्राइमरी स्कूलों (Primary school Reopen) को खोलने का निर्णय लिया है। स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से बताया गया कि प्रदेश में 20 सितंबर से पहली से लेकर 5 वीं तक के स्कूल दोबारा खोले जा रहे हैं। 50 फीसदी क्षमता के साथ इन क्लासेस को शुरू किया जाएगा। साथ ही विभाग ने साथ ही विभाग ने प्रदेश के सभी आवासीय विद्यालय खोलने का भी फैसला लिया है।
20 सितंबर से शुरू होगी पढ़ाई
1. 1 से 5वीं तक की कक्षाएं लगेंगी, छात्रों की उपस्थिति 50% रहेगी।
2. कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य होगा।
3. 8वीं, 10वीं और 12वीं के शत-प्रतिशत विद्यार्थियों के छात्रावास होंगे संचालित।
4. 11 वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए भी छात्रावास की सुविधा, 50% होगी क्षमता।
#COVID19 के कारण प्रभावित हुई पढ़ाई को पटरी पर लाने के लिए शासन ने अब शालाओं को भी खोलने का निर्णय लिया है।
प्रदेश में 20 सितंबर से शालाओं को पुनः प्रारंभ किया जा रहा है। विद्यार्थियों के साथ ही सभी शिक्षक कोरोना प्रोटोकॉल का पालन आवश्य करें, जिससे पढ़ाई सुचारू रूप से चलती रहे। pic.twitter.com/XrkgQ9qxk8— School Education Department, MP (@schooledump) September 14, 2021
विभाग ने जारी की गाइडलाइन
1. जिला अंतर्गत संचालित स्कूलों/छात्रावासों/आवासीय विद्यालयों को खोले जाने के प्रस्ताव पर जिला आपदा प्रबंधन समिति की सहमति ली जाएगी।
2. पेरेंट्स की परमिशन (Parents permission) के बाद ही स्टूडेंट्स स्कूल/छात्रावास में उपस्थित हो सकेंगे।
3. स्कूलों में भारत सरकार/राज्य सरकार से समय-समय पर जारी एस.ओ.पी.एवं कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य होगा।
4. वैक्सीनेशन (Vaccination), ऑनलाइन क्लासेस (online classes)/डिजिटल माध्यम से पढ़ाई आदि की शर्ते पहले के जैसे ही लागू रहेंगी।
सीएम के निर्देश के बाद फैसला
स्कूल शिक्षा विभाग के उप सचिव प्रमोद सिंह ने बताया कि सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM shivraj) के निर्देश और प्रदेश में कोरोना (Corona) की परिस्थितियों को ध्यान में रखकर यह निर्णय लिया गया है। कक्षा 11वीं के विद्यार्थियों के लिए भी स्कूल (School) और छात्रावास खोले जाएंगे। लेकिन छात्रावास में उनकी कुल क्षमता के 50% से अधिक विद्यार्थी उपस्थित नहीं होंगे। विद्यालय और छात्रावास में अभिभावकों की सहमति से ही विद्यार्थी उपस्थित हो सकेंगे।