नई दिल्ली. अब प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों की 50 फीसदी सीटों पर सरकारी मेडिकल कॉलेजों के बराबर ही फीस लगेगी। 7 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने बताया कि हमने तय किया है कि प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में आधी सीटों पर सरकारी मेडिकल कॉलेज के बराबर ही फीस लगेगी। इस फैसले के बाद नेशनल मेडिकल कमीशन ने गाइडलाइन तैयार कर ली है। 50 प्रतिशत सीटों पर सरकारी कॉलेज के बराबर फीस की नई गाइडलाइन अगले सेशन से लागू होगी। हालांकि, इसमें मैरिट का अहम रोल रहेगा।
गरीब और मध्यम वर्ग को मिलेगा फायदा: कई दिनों से देश में मेडिकल की शिक्षा में लगने वाली फीस को कम करने की मांग चल रही थी। कुछ ही दिनों पहले ऐसा अंदाजा भी लगाया गया था, कि फीस में कटौती का कदम जल्द ही उठाया जा सकता है। पीएम मोदी ने जनऔषधि दिवस पर अपने संबोधन में ये ऐलान किया है। साथ ही बताया कि इसका लाभ गरीब और मध्यम वर्ग के बच्चों को मिलेगा।
हर जिले में मेडिकल कॉलेज: हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा। पीएम मोदी ने बताया कि सरकार का लक्ष्य देश के हर जिले में कम से कम एक मेडिकल कॉलेज खोलने का है। भविष्य की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए सरकार हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को निरंतर मजबूत कर रही है। आजादी के इतने दशकों के बाद भी देश में केवल एक एम्स था, लेकिन आज देश में 22 एम्स है।
इतने करोड़ की बचत: पीएम ने बताया कि आज देश में 8,500 से ज्यादा जन औषधि केंद्र खुले हैं। इसी साल जन औषधि केंद्र के जरिए गरीब को, मध्यम वर्ग को करीब 5,000 करोड़ रुपए की बचत हुई। इस वित्तीय वर्ष में जन औषधि केंद्रों के जरिए 800 करोड़ रुपए से ज्यादा की दवाएं बिकी हैं। अब तक करीब कुल 13,000 करोड़ रुपए की बचत लोगों को हुई है।