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अगर आप स्पोर्ट्स लवर हैं और स्पोर्ट्स मैनेजमेंट में करियर बनाना चाहते हैं तो केंद्र सरकार आपके लिए एक शानदार अवसर लेकर आई है। सेंट्रल युथ अफेयर्स और खेल मंत्रालय (MYAS) ने एक नई इंटर्नशिप योजना शुरू की है।
इस योजना का मकसद युवाओं को देश के खेल इकोसिस्टम से जोड़ना और उन्हें प्रोफेशनल ट्रेनिंग देना है। केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया के मुताबिक, ये पहल युवाओं को राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए सशक्त बनाएगी।
इस प्रोग्राम के जरिए सरकार भारत को स्पोर्ट्स सुपरपावर के रूप में तैयार करना चाहती है। इसमें शामिल होने वाले युवाओं को खेल प्रशासन, डिजिटल इनोवेशन और एंटरप्रेन्योरशिप के टैलेंट सिखाए जाएंगे। ये योजना खास तौर पर उन छात्रों के लिए है जो बुकिश नॉलेज के साथ-साथ प्रैक्टिकल अनुभव भी चाहते हैं।
इन इंस्टीटूशन्स में मिलेगा काम का मौका
इस पॉलिसी के तहत चुने गए इंटर्न्स को सिर्फ दफ्तर में नहीं बल्कि बड़े इंस्टीटूशन्स में काम करना होगा। आपको -
भारतीय खेल प्राधिकरण (Sports Authority of India): यहां आपको जमीनी स्तर पर खेल प्रबंधन सीखने को मिलेगा।
नेशनल एंटी-डोपिंग एजेंसी (National Anti-Doping Agency): यहां एंटी-डोपिंग जागरूकता और कानूनी ढांचे की जानकारी मिलेगी।
नेशनल डोप टेस्टिंग लैबोरेटरी (National Dope Testing Laboratory): साइंस बैकग्राउंड वाले युवाओं को एडवांस लैब टेस्टिंग का अनुभव मिलेगा।
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क्या-क्या मिलेंगी सुविधाएं
भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) और राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (NADA) जैसी संस्थाओं में भेजा जाएगा। इसके अलावा नेशनल डोप परीक्षण प्रयोगशाला (NDTL) में भी रिसर्च और एनालिसिस का काम सीखने को मिलेगा। इसमें-
प्रमुख योजनाओं से जुड़ने का अवसर
इंटर्न्स को सीधे 'खेलो इंडिया' और 'टार्गेट ओलंपिक पोडियम स्कीम' (TOPS) जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स पर काम करने का मौका मिलेगा। आपको साई (SAI) स्टेडियम और नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (NCOEs) में ऑन-ग्राउंड एक्सपीरियंस भी दिया जाएगा।
20 से ज्यादा अलग-अलग डोमेन
ये इंटर्नशिप सिर्फ ग्राउंड तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें 20 से ज्यादा फंक्शनल विभाग शामिल हैं। आप स्पोर्ट्स साइंस, मीडिया एंड कम्युनिकेशन, लीगल अफेयर्स और आईटी सिस्टम जैसे क्षेत्रों में अपनी रुचि के मुताबिक काम कर सकते हैं।
कौन कर सकता है आवेदन
ये इंटर्नशिप उन ग्रेजुएट्स और पोस्ट-ग्रेजुएट्स छात्रों के लिए है जो स्पोर्ट्स मैनेजमेंट में रुचि रखते हैं। अगर आपने फिजिकल एजुकेशन या पब्लिक पॉलिसी में पढ़ाई की है, तो आप इसके लिए योग्य माने जाएंगे।
आवेदन और चयन का तरीका
साल में दो बार मौका: आप साल में दो बार, जनवरी और जुलाई के महीने में आवेदन कर सकते हैं।
ऑनलाइन पोर्टल: आवेदन के लिए सरकार एक सेंट्रलाइज्ड ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च करेगी, जिससे पूरी प्रक्रिया पारदर्शी रहेगी।
मेरिट बेस्ड सिलेक्शन: आपका चयन 10वीं, 12वीं और ग्रेजुएशन के अंकों के आधार पर तैयार की गई रैंक से होगा।
स्क्रीनिंग: आपके दस्तावेजों और एनओसी (NOC) की बारीकी से जांच करने के बाद ही फाइनल लिस्ट बनेगी।
इंटर्न्स को सीधे तौर पर 'खेलो इंडिया', 'टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (TOPS)' और 'टारगेट एशियन गेम्स ग्रुप (TAGG)' जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स से जुड़ने का मौका मिलेगा। उन्हें साई स्टेडियमों और नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (NCOEs) में काम करने का रियल-टाइम अनुभव दिया जाएगा।
स्टाइपेंड और बजट की जानकारी
खेल मंत्रालय ने इस पूरी इंटर्नशिप स्कीम (Internship for graduates) के लिए सालाना 5.30 करोड़ रुपए का भारी-भरकम बजट अलॉट किया है। हर साल कुल 452 युवाओं को इस प्रेस्टीजियस इंटर्नशिप प्रोग्राम के लिए चुना जाएगा।
सबसे खास बात ये है कि चुने गए हर इंटर्न को हर महीने 20 हजार रुपए का स्टाइपेंड दिया जाएगा। ये राशि युवाओं को फाइनेंसियल असिस्टेंस देगी। इससे वे बिना किसी चिंता के अपनी ट्रेनिंग पूरा कर सकें।
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