BHOPAL. मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार 9 अक्टूबर को बीजेपी प्रत्याशियों की चौथी लिस्ट जारी हो गई। इस लिस्ट में 57 नामों की घोषणा हुई है, लेकिन मालवा-निमाड़ की कई सीटें ऐसी हैं, जहां नामों की घोषणा के लिए बीजेपी को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। ये ऐसी सीटें हैं, जहां पार्टी प्रत्याशी बदलना चाहती है, लेकिन इन मौजूदा विधायकों के उतने ही मजबूत विकल्प खोजना बीजेपी के लिए मुश्किल हो रहा है। यानी पार्टी आलाकमान की दखलंदाजी के बाद ही यहां से बीजेपी प्रत्याशी घोषित हो पाएंगे। यहां हम मालवा-निमाड़ की उन सीटों के बारे में बताएंगे, जो अटकी हुई हैं।
उज्जैन उत्तर विधानसभा सीट
उज्जैन उत्तर विधानसभा सीट ऐसी सीट है, जहां से बीजेपी के पारस जैन विधायक हैं। बीजेपी अब पारस जैन की बढ़ती उम्र को लेकर उन्हें टिकट देने में असमंजस में है। इसलिए इस सीट से प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं हो सकी है।
जावरा विधानसभा सीट
जावरा विधानसभा सीट से भी बीजेपी विधायक राजेंद्र पांडे को टिकट देने को लेकर संशय में है। वजह पांडे को लेकर पार्टी के पास अच्छा फीडबैक नहीं है। ऐसे में पार्टी नया प्रत्याशी खोज रही है।
आलोट विधानसभा सीट
आलोट विधानसभा सीट से कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत अपने बेटे जितेंद्र गहलोत को चुनाव लड़ाना चाहते हैं, लेकिन बीजेपी के पास जितेंद्र गहलोत को लेकर भी अच्छा फीडबैक नहीं है।
धार विधानसभा सीट
धार विधानसभा सीट से बीजेपी की नीना वर्मा MLA हैं। इस बार बीजेपी को उनकी रिपोर्ट सही नहीं मिली है। ऐसे में पार्टी उनकी जगह किसी और को टिकट देना चाहती है, लेकिन पार्टी नए नाम की तलाश नहीं कर सकी है। कहा जा रहा है कि इस सीट पर उषा ठाकुर भी दावा कर रही हैं।
महिदपुर विधानसभा सीट
महिदपुर विधानसभा सीट से बीजेपी के बहादुर सिंह विधायक हैं, लेकिन उनकी हालत भी यहां ठीक नहीं है। ऐसे में पार्टी यहां भी सोच-समझकर फैसला लेगी।
नीमच विधानसभा
नीमच विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक दिलीप सिंह परिहार, बीजेपी के जिला अध्यक्ष पवन पाटीदार और बीजेपी नेता महेंद्र भटनागर दावेदारी कर रहे हैं। ऐसे में बीजेपी के सामने असमंजस की स्थिति है।
खरगोन विधानसभा सीट
खरगोन विधानसभा सीट पर भी जिला अध्यक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़, पूर्व विधायक बालकृष्ण पाटीदार और बीजेपी में संगठन मंत्री रहे श्याम महाजन के बीच खींचतान है।
गरोठ विधानसभा सीट
गरोठ विधानसभा सीट से भी बीजेपी अपने विधायक देवीलाल धाकड़ को टिकट देने के पक्ष में नहीं है। यहां से मंदसौर सांसद सुधीर गुप्ता का नाम भी चल रहा है।