गोविंद चतुर्वेदी, JAIPUR. राजस्थान सहित 5 राज्य विधानसभाओं के चुनाव की घोषणा हो गई है। पांचों राज्यों में चुनावी माहौल गरमाया हुआ है। राजस्थान की बात करें तो यहां सीधी टक्कर सत्तारूढ़ कांग्रेस और बीजेपी में है। पिछले 5 दशकों की अपनी छवि और अपनी सरकार के 5 वर्षों के कामकाज से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य की जनता के दिलो-दिमाग में अपनी जगह बनाई है।
बीजेपी ने मोदी पर लगाया दांव
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को चुनावी चेहरा नहीं बनाने की कोशिशों में जुटी बीजेपी ने सोच-समझकर उनकी जगह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर दांव लगा दिया है। वे एक वर्ष में 9 बार राज्य का दौरा कर चुके हैं। आज की स्थिति में मुकाबला मोदी और गहलोत के बीच ही दिख रहा है।
बीजेपी और कांग्रेस के मुद्दे क्या हैं ?
सीएम अशोक गहलोत चिरंजीवी स्वास्थ्य और दुर्घटना बीमा, सामाजिक पेंशन, राज्य के हर घर और खेत को मुफ्त बिजली, कर्मचारियों की OPS और RGHS, नरेगा में 125 दिन का गारंटीड काम, सवा करोड़ महिलाओं को स्मार्ट फोन और 76 लाख परिवारों को 500 रुपए में गैस सिलेंडर जैसी योजनाओं और ERCP को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा नहीं देने जैसे मुद्दों को लेकर पूरी तरह आक्रामक हैं। वहीं मोदी का सारा जोर गांधी परिवार और भ्रष्टाचार के साथ हिन्दुत्व पर है। चुनाव में अन्य दलों से बड़ी भूमिका निर्दलीय बागियों की दिख रही है। तमाम जोड़-घटाओ के बावजूद अभी कांग्रेस आगे दिख रही है। चुनाव तक इसे बनाए रखना उसकी उपलब्धि होगी।