JAIPUR. राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने एक के बाद एक घाेषणाओं के बीच अब प्रदेश की आधी आबादी यानि महिलाओं के लिए बड़ी घाेषणा कर दी है। छात्राओं काे बस के बाउचर देने की घाेषणा के बाद गुरुवार काे प्रदेश की महिलाओं का बस किराया आधा करने की घाेषणा कर दी गई। इसे आगामी विधानसभा चुनाव काे देखते हुए गहलाेत सरकार का मास्टर स्ट्राेक माना जा रहा है।
राज्य सरकार ने रोडवेज की बसों में सफर करने पर महिलाओं के लिए रियायत का दायरा बढ़ाया है। राज्य की सीमा में अब राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की समस्त श्रेणी की बसों में यात्रा करने पर महिलाओं को 50 प्रतिशत की रियायत दी जाएगी। अभी केवल साधारण श्रेणी की बसों में यात्रा करने पर ही महिलाओं को 50 प्रतिशत की छूट दी जा रही थी। मुख्यमंत्री अशाेक गहलाेत ने बजट 2023-24 में रोडवेज की साधारण बसों में यात्रा करने पर महिलाओं को किराए में दी जा रही छूट को 30 से बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने की घोषणा की थी। यह घोषणा एक अप्रेल, 2023 से लागू भी हाे गई थी।
कॉलेज गर्ल्स काे बस के बाउचर
इधर कॉलेज जाने वाली छात्राओं काे 10 किलामीटर से ज्यादा सफर करने पर फ्री बाउचर देने की घाेषणा की है। ऐसी छात्राओं काे सरकार 20 रुपए राेजाना के हिसाब से उनके बैंक खाताें में पैसा ट्रांसफर करेगी।
राजस्थान राज्य निर्वाचन आयाेग के अनुसार राजस्थान में फिलहाल 5 कराेड़ 16 लाख 17 साै 92 वाेटर हैं। इनमें से 2 कराेड़ 46 लाख 11 हजार 823 महिला वाेटर हैं। इनमें कॉलेज जाने वाली छात्राएं और महिलाएं शामिल हैं। आगामी विधानसभा चुनाव में यह महिला शक्ति निर्णायक भूमिका अदा कर सकती है। सभी समाजाें काे साधने के साथ ही महिलाओं के लिए केंद्रित याेजनाओं से सरकार राजस्थान में हर बार नई सरकार की परंपरा काे बदलना चाहती है।
सियासत में राेडवेज की बसें
राजस्थान की राजनीति में राेडवेज की बसें आना काेई नई बात नहीं है। बीजेपी की वसुंधरा राजे सरकार में 8 मार्च यानि महिला दिवस पर पूरे प्रदेश में निशुल्क यात्रा का लाभ लंबे समय से मिलता आ रहा है। दरअसल 8 मार्च काे ही वसुंधरा राजे का जन्मदिन भी रहता है। गहलाेत सरकार ने इसकी काट निकालते हुए रक्षाबंधन पर पूरे प्रदेश में महिलाओं काे निशुल्क यात्रा की याेजना शुरू की थी। बाद में विभिन्न परीक्षाओं के लिए भी परीक्षार्थियाें काे इस सुविधा का लाभ दिया जाने लगा।