The Sootr पड़ताल: MP की किस वर्ग की महिला को कितनी सरकारी योजनाओं का फायदा?

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Ruchi Verma
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The Sootr पड़ताल: MP की किस वर्ग की महिला को कितनी सरकारी योजनाओं का फायदा?

BHOPAL: मप्र में चुनाव से पहले महिलाओं को साधने की हर राजनीतिक दल पुरजोर तरीके से कोशिश कर रहा है। सीएम शिवराज ने दो दिन पहले लाड़ली बहना योजना की राशि 1 हजार रु. से बढ़ाकर 1250 रु. कर दी। सावन के महीने में 450 रु. में गैस सिलेंडर देने का भी वादा किया तो मुफ्त बिजली का भी वादा किया। इधर केंद्र सरकार ने भी गैस सिलेंडर के दाम 200 रु. घटा दिए। अब महिलाओं पर फोकस क्यों है? वो इसलिए क्योंकि मप्र में करीब ढाई करोड़ के ऊपर वोटर्स (2,60,23733) महिलाएं हैं। मगर आपको क्या पता है कि मप्र में एक महिला को उसके जन्म से लेकर मृत्यु तक केंद्र और राज्य सरकार की कितनी योजनाओं का लाभ मिलता है। आप जानकर हैरान होंगे कि महिलाओं को करीब 147 तरह की योजना का लाभ मिलता है। 110 योजनाएं तो ऐसी है जिसमें महिला के खाते में सीधे पैसा डाला जाता है और 37 योजनाओं में अनुदान या दीगर तरीके से सरकार मदद देती है। इन योजनाओं का दायरा वर्ग के हिसाब से बढ़ता जाता है या बदल जाता है। सबसे पहले देखिए कि किस वर्ग की महिला को अपने जीवन काल में कितनी सरकारी मदद मिल रही है, और कैसे वर्ग बदलने पर ये आंकड़ा भी बदलता है।



महिलाओं के लिए योजनाओं का लाभ लेने की क्या है पात्रता?

सबसे पहले आपको ये बता देते हैं कि महिलाओं के लिए योजनाओं का लाभ लेने की पात्रता क्या है:



1. सामान्य वर्ग के लिए 

महिला बीपीएल कार्डधारी होना चाहिए

आयकर दाता नहीं होना चाहिए

सालाना आय ढाई से तीन लाख रु. से कम

मप्र का मूल निवासी होना जरूरी



2. ओबीसी वर्ग के लिए

क्रीमीलेयर में नहीं होना चाहिए

सालाना आठ लाख रु. से ऊपर आय वाले क्रीमी लेयर में आते हैं



अब हर योजना के लिए पात्रता की शर्तें अलग अलग है। कहीं कहीं ओबीसी को क्रीमी लेयर में भी छूट दी गई है। तो कहीं इसे शामिल किया गया है। एससी और एसटी वर्ग को योजनाओं का लाभ लेने के लिए आय की कोई शर्त नहीं रखी गई है। अब वर्गों के हिसाब से देखें तो...



1. यदि आप सामान्य वर्ग की महिला हैं:

तो आपको 35 सरकारी योजनाओं का लाभ मिलता है

इसमें से 25 योजनाओं के जरिए हितग्राही के खाते में सीधे पैसा दिया जाता है

10 योजनाओं से अनुदान या बाकी मदद मिलती है

इन 25 योजनाओं के जरिए महिला को मिलते हैं करीब 18 लाख रु.



2. यदि आप एक रजिस्टर्ड श्रमिक महिला हैं या रजिस्टर्ड श्रमिक की बेटी हैं:

तो 18 लाख रु. में जुड़ जाते हैं 5 लाख 52 हजार 800 रु.

यानी श्रमिक महिला को 23 लाख रु. से ज्यादा का लाभ मिल जाता है

ये 5 लाख की राशि 15 एक्स्ट्रा योजनाओं की है

और श्रमिक वर्ग से आने वाली लड़की या महिला बेहद प्रतिभाशाली हैं 

तो 6 और एक्स्ट्रा योजनाएं इसमें जुड़ जाती है

इस तरह से वो 35 लाख रु. से ज्यादा की योजनाओं की हकदार हो जाती है



3. यदि आप अनुसूचित जाति यानी SC वर्ग की महिला हैं:

तो 18 लाख रु. में जुड़ जाते हैं 14 एक्स्ट्रा योजनाओं के

1 लाख 24 हजार 550 रु. यानी 29 लाख रु. से ज्यादा का लाभ 



4. यदि आप अनुसूचित जनजाति यानी ST वर्ग की महिला हैं तो:

18 लाख रु. में जुड़ जाते हैं 18 और योजनाओं के

56 लाख 10 हजार 900 रु. यानी 74 लाख रु. से ज्यादा की योजनाओं का लाभ



5. यदि महिला ओबीसी या अल्पसंख्यक वर्ग से हैं तो:

18 लाख रु. में जुड़ जाते हैं करीब 9 लाख रु.

इस तरह से लाभ मिलता है 27 लाख रु. से ज्यादा का



6. अब यदि महिला दिव्यांग वर्ग की है तो:

18 लाख रु. में 12 एक्सट्रा योजनाओं के 14 लाख रु. से ज्यादा जुड़ जाते हैं

इस तरह से 32 लाख रु. से ज्यादा का लाभ मिलता है



7. अभी तो दो और वर्ग बाकी है इसमें महिलाओं के लिए एक वर्ग है

विमुक्त, घुमक्कड एवं अर्द्ध घुमक्कड जनजाति वर्ग

इस वर्ग की महिलाओं को एक्स्ट्रा 3 योजनाओं के रुप में 15 हजार रु. ज्यादा मिलते हैं

यानी 18 लाख 15 हजार रु. से ज्यादा की राशि



8. अब महिला किसान भी है तो

18 लाख रु. में 9 एक्स्ट्रा योजनाओं के 7 लाख रु. से ज्यादा मिलते हैं

यानी किसान महिला को 25 लाख रु. से ज्यादा की राशि मिलती है



ये वो राशि है जो सीधे खाते में आती है। अनुदान या फिर दीगर तरीके से जो लाभ मिलता है वो अलग है इस तरह से देखें तो...




  • सामान्य वर्ग की महिला के खाते में योजनाओं के जरिए सीधे 18 लाख रु. आते हैं


  • श्रमिक वर्ग की महिला के खाते में 23 लाख रु. से ज्यादा

  • एससी वर्ग की महिला के खाते में 29 लाख रु. से ज्यादा

  • एसटी वर्ग की महिला के खाते में 74 लाख रु. से ज्यादा

  • ओबीसी और अल्पसंख्यक वर्ग की महिला के खाते में 27 लाख रु. से ज्यादा

  • दिव्यांग महिला के खाते में 32 लाख रु. से ज्यादा

  • विमुक्त, घुमक्कड एवं अर्द्ध घुमक्कड जनजाति वर्ग की महिला के खाते में 18 लाख 15 हजार रु. से ज्यादा

  • महिला किसान के खाते में 25 लाख रु. से ज्यादा योजनाओं के जरिए सरकार पहुंचाती है



  • ये तो हुई वर्गों की बात। अब किस वर्ग को किस योजना का लाभ मिलता है और डायरेक्ट बेनिफिट स्कीम यानी सीधे खाते में पैसा पहुंचाने वाली योजनाएं कौन सी है, वो आपको बताते हैं। लेकिन उससे पहले ये भी बता दें कि मप्र सरकार की ही योजनाओं को लेकर जो वेबसाइट है वहीं से द सूत्र ने ये जानकारी निकाली है। इसलिए योजना में कहीं गड़बड़ी या कोई गलत जानकारी आपको लगती है, तो इसका मतलब कि मप्र सरकार की वेबसाइट अपडेट नहीं है। क्योंकि उसी के आधार पर ये पूरी जानकारी हम आपको दे रहे हैं। अब सामान्य वर्ग की बीपीएल श्रेणी की महिला के लिए कौन कौन सी योजनाएं चल रही है। पहले वो जानिये:




    --सामान्य वर्ग( बीपीएल कैटेगरी)--



    1. महिला गर्भवती होती हैं तो उसके लिए योजना है: प्रधान मंत्री मातृ वंदना योजना

    गर्भवती महिलाओं के लिए योजना

    महिलाओं को दिए जाते हैं 6 हजार रु.



    2. डिलीवरी के समय भी एक योजना है: जननी सुरक्षा योजना

    सरकारी या प्राइवेट अस्पताल(सरकारी मान्यता प्राप्त)में प्रसव करवाने पर

    ग्रामीण महिलाओं को 1400 रु.

    ग्रामीण महिला के साथ आने वाले व्यक्ति/प्रेरक को 350 रु.

    प्रसव के बाद घर जाने की व्यवस्था परिवार करता है तो 250 रु.

    ग्रामीण महिला को मिलते हैं कुल 2000 रु.

    इस योजना में शहरी महिलाओं को 1 हजार रु.

    शहरी महिला के साथ आने वाले व्यक्ति को 200 रु.

    प्रसव के बाद घर जाने की व्यवस्था परिवार करता है तो 250 रु.

    इस तरह से शहर में रहने वाली महिला को मिलते हैं कुल 1600 रु.




    3. अब महिला ने बेटी को जन्म दिया है तो उसे तत्काल मिलेगा लाभ: मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना का

    बच्ची का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होता है

    सरकार 1 लाख 43 हजार रु. का सर्टिफिकेट देती है



    4. बेटी स्कूल जाने लगती है तो

    गांव की बेटी योजना में शामिल हो जाती है

    500 रु. प्रतिमाह की दर से 10 महीने की राशि 5 हजार रु. सालाना

    चार साल तक ये राशि मिलती है यानी 20 हजार रु.



    5. स्वामी विवेकानंद पोस्ट मैट्रिक मैरिट स्कॉलरशिप योजना ( सरकारी स्कूलों में लागू)

    केवल कक्षा 11 वीं और 12 वीं  के लिए दो साल के लिए 1100 रु.



    6. जिन बच्चियों के पिता की असमय मृत्यु हो चुकी है उनकी पढ़ाई के लिए: पितृहीन कन्याओं को स्कॉलरशिप

    कक्षा 1 से 5 तक 5 साल में 1750 रु.

    कक्षा 6 से 8 तक 3 साल में 1200 रु.

    कक्षा 9 से 12 तक 4 साल में 1800 रु.

    इस तरह से कुल  4 हजार 750 रु.



    7. बेटी इकलौती है तो उसे लाभ मिलता है: शिक्षा विकास स्कॉलरशिप का

    11 वीं और 12 वीं बच्चियों के लिए ये योजना है

    इसमें दो साल में दिए जाते हैं 10 हजार रु.



    8. अब बच्ची को 6वीं से 9 वीं तक: निशुल्क साइकिल वितरण योजना का लाभ मिलता है

    इसमें 6 से 7 हजार रु. कीमत की साइकिल दी जाती है



    9. एक और स्कॉलरशिप है: सामान्य निर्धन वर्ग स्कॉलरशिप

    कक्षा 6 से 8 तक की बच्चियों को 300 रु. सालाना मिलते हैं

    तीन साल में 900 रु. सरकार देती है



    10. सुदामा प्री-मैट्रिक स्कॉलरशिप योजना

    कक्षा 9 से 10 वीं तक दो सालों में मिलते हैं 800 रु.



    11. सुदामा शिष्यवृत्ति योजना

    11 वीं और 12 वीं की छात्राओं को जो छात्रावास में रहती हैं

    उन्हें इन दो सालों में दिए जाते हैं 10 हजार 500 रु.



    12. अब पढ़ाई के बाद महिला नौकरी करने लगती है तो उसके लिए: दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना

    जॉब लगने के बाद 6 महीने तक 1 हजार रु. महीना यानी 6 हजार रु.




    13. सीखो कमाओ योजना

    प्रशिक्षण के दौरान युवाओं को 8 हजार से 10 हजार तक स्टाइपेंड

    18 साल से 29 साल तक के युवा पात्र

    एक साल की ट्रेनिंग में करीब 1 लाख 20 हजार रु.



    14. अब महिला की शादी होती है फिर योजना का लाभ मिलता है: मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना

    सामूहिक विवाह कार्यक्रम के दिन वधू को 49 हजार रु.

    आयोजन के लिए 6 हजार रु.

    इस तरह से कुल 55 हजार रु.



    15. मुख्यमंत्री कल्याणी विवाह सहायता योजना

    विधवा महिलाओं के लिए 2 लाख रु. की सहायता



    16. मुख्यमंत्री अविवाहित पेंशन योजना

    50 साल से ज्यादा उम्र की अविवाहित महिलाओं को हर महीने पेंशन 600 रु. यानी 7200 रु. सालाना

    10 साल तक पेंशन मिलती है यानी 72 हजार रु.



    17. मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना

    1 हजार रु. प्रतिमाह 39 साल तक मिलेंगे यानी 4 लाख 68 हजार रु.

    योजना के लिए पात्रता 21 साल से 60 साल तक है



    18. प्रधानमंत्री आवास योजना

    ग्रामीण इलाकों में 1 लाख 20 हजार रु.

    शहरी इलाकों में 1 लाख 30 हजार रु.



    19. महिला के साथ कोई अत्याचार होता है तो भी योजना है: अत्याचार निवारण अधिनियम आर्थिक सहायता

    राहत राशि कलेक्टर स्तर पर 15 हजार रु.

    सहायक आयुक्त- जिला संयोजक स्तर पर 5 हजार रु.



    20. यदि परिवार में कमाने वाले की मृत्यु हो जाती है तो: राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना का लाभ मिलता है

    इसमें 20 हजार रु. की सहायता राशि दी जाती है



    21. इसके अलावा आयुष्मान भारत योजना का लाभ

    जिसमें पात्र परिवार को 5 लाख रु. तक का निशुल्क उपचार का लाभ



    22. वहीं  महिला के लावारिस शव के अंतिम संस्कार के लिए

    3 हजार रु. की सहायता राशि दी जाती है



    इन सभी योजनाओं में राशि सीधे हितग्राही के खाते में पहुंचती है। अब एक महिला इन सभी योजनाओं का लाभ लेती है तो उसे पैदा होने से लेकर 60 साल की उम्र तक करीब 18 लाख रु. की योजनाओं का लाभ मिलता है।



    23. इसके अलावा दो और योजनाएं हैं: समग्र सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना 

    इसमें 18 साल की विधवा/ 18 से 59 साल की परित्यक्ता/ 50 साल की उम्र की गैरशादीशुदा/ 60 साल की उम्र की निराश्रित वृद्ध महिला को पेंशन के रूप में 600 रु. हर महीने मिलते हैं



    24. इन्हीं कैटेगरी की महिला की उम्र 80 साल हो जाती है तो योजना का नाम बदल जाता है: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना और राशि 600 रु. महीना ही मिलती है



    --एससी वर्ग यानी अनुसूचित जाति वर्ग की महिला--



    अब सामान्य महिला के बाद बारी आती है एससी वर्ग यानी अनुसूचित जाति वर्ग की महिला की। जैसा कि हम पहले आपको बता चुके हैं कि इस वर्ग की महिला को 29 लाख रु. का लाभ योजनाओं का लाभ मिलता है। किन-किन योजनाओं का लाभ मिलता है, वो आपको बताते हैं।



    1. अनुसूचित जाति बालक/बालिकाओ आवास सहायता योजना

    संभागीय मुख्यालय पर रहने वाले बच्चों को 2000 हजार रु.

    जिला मुख्यालय पर 1250, तहसील स्तर पर 1000 रु. हर महीने

    2 हजार रु. के हिसाब से 24 हजार रु. सालाना



    2. राज्य छात्रवृत्ति योजना( कक्षा 1 से 5 तक)

    200 रु. हर साल, 5 साल में 1000 रु.



    3. राज्य छात्रवृत्ति (कक्षा 6 से 10)

    600 रु. हर साल, 5 साल में 3000 रु.



    4. सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना

    यूपीएससी की प्रीलिम्स पास करने पर 40 हजार रु.

    मेन्स पास करने पर 60 हजार रु.

    इंटरव्यू में सिलेक्शन होने पर 50 हजार रु.

    कुल राशि मिलती है 1 लाख 50 हजार रु.

    एमपीपीएसी के लिए भी इसका लाभ मिलता है

    प्रीलिम्स के लिए 20 हजार रु., मेन्स के लिए 30 हजार रु. और इंटरव्यू सिलेक्शन पर 25 हजार रु.

    कुल राशि 75 हजार रु.



    5. डॉ. भीमराव अंबेडकर मेधावी विद्यार्थी पुरस्कार योजना

    10वीं में टॉप करने पर 20 हजार रु., सेकंड टॉपर को 15000/- 

    थर्ड टॉपर को 10 हजार रु. 

    50 बच्चियों को 1 हजार रु. के हिसाब से स्वीकृत होते हैं

    12 वीं टॉपर को 30 हजार रु., सेकंड टॉपर को 20 हजार रु.

    थर्ड टॉपर को 10 हजार रु.



    6. दिल्ली में हायर एजुकेशन के लिए छात्रावासी सुविधा

    प्रवेश के समय केवल एक बार हर महीने 1 हजार रु. किराया, 500 रु. स्कॉलरशिप, 100 रु. बिजली पानी के लिए

    और 2 हजार रु. खर्च के लिए कुल 3600 रु.

     

    7. निशुल्क बुक्स और स्टेशनरी

    हर साल 1500 रु. की किताबें, 500 रु. की स्टेशनरी

    पूरे छह साल तक यानी 12 हजार रु.



    8. अस्वच्छ धंधा छात्रवृत्ति

    कक्षा 1 से 10 वीं तक के विद्यार्थियों को 1850 रु. सालाना

    दस साल में 18 हजार 500 रु.



    9. पीएचडी छात्रवृत्ति

    16 हजार रु. हर महीने तीन साल तक के लिए यानी 5 लाख 76 हजार रु.



    10. बालिका शिक्षा प्रोत्साहन योजना

    9 वीं में एडमिशन लेने पर बच्चियों के खाते में 3 हजार रु. केंद्र की तरफ से

    10 वीं पास करने के बाद ये राशि निकाली जा सकती है



    11. राज्य शासन अ.जा. छात्रवृत्ति

    कक्षा 1 से 10 तक हर क्लास में अलग अलग मिलती है 

    कुल राशि होती है 5 हजार 450 रु.



    12. पोस्टमैट्रिक अनु. जाति छात्रवृत्ति

    11 वीं और 12 वीं के लिए 8 हजार रु. दो साल में



    13. अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन योजना

    इंटरकास्ट मैरिज पर दो लाख रु. की प्रोत्साहन राशि दी जाती है



    14. डॉ. भीमराव अम्बेडकर आर्थिक कल्‍याण योजना

    स्वरोजगार के लिए 10 हजार से 1 लाख तक का लोन



    --एसटी वर्ग यानी अनुसूचित जनजाति वर्ग की महिला--



    अब आप एसटी वर्ग की महिला हैं, तो आपको योजनाओं के जरिए 74 लाख रु. का लाभ मिलता है। वो कौन सी योजनाएं है, वो भी आपको बताते हैं:



    1. साइकिल प्रदाय योजना

    11 वीं एडमिशन लेने पर साइकिल मिलती है



    2. प्रतिभा योजना

    उच्च शिक्षा के लिए 25 और 50 हजार रु. की सहायता



    3. अनु. जनजाति कन्या साक्षरता प्रोत्साहन योजना

    11 वीं की बच्चियों को 3 हजार रु. सालाना



    4. विदेश अध्ययन छात्रवृत्ति

    हर साल 40 हजार यूएस डॉलर, जीवन यापन के लिए 9 हजार यूएस डॉलर

    आकस्मिक भत्‍ता 1000 यूएस डॉलर, इसके अलावा वीजा राशि, बीमा, पोल टेक्स और

    हवाई जहाज का किराया भी मिलता है

    कुल राशि भारतीय रूपयो में होती है 42 लाख रु.



    5. अनुसूचित जनजाति राहत योजना

    मकान जल गया तो 15 हजार रु.

    जीविका चलाने वाले पशुओं की मौत पर 5 हजार रु.

    अनाज, कपड़े, घरेलू सामान के नुकसान पर 5 हजार रु.

    कुआं ट्यूबवेल, मोटर के नुकसान पर 5 हजार रु.

    कुल 15 हजार रु. की राशि मिलती है



    6. निशुक्ल किताबें और स्टेशनरी

    कुल राशि छह महीने के लिए 12 हजार रु.



    7. अस्वच्छ धंधा छात्रवृत्ति

    कक्षा 1 से 10 वीं तक के लिए दस साल में 18 हजार 500 रु.



    8. पीएचडी के लिए स्कॉलरशिप

    16 हजार रु. हर महीने तीन साल के लिए यानी 5 लाख 76 हजार रु.



    9. बालिका शिक्षा प्रोत्साहन योजना

    9वीं में एडमिशन लेने पर 3 हजार रु. केंद्र सरकार देती है, 10 वीं पास करने या 18 साल के होने पर ये निकाली जा सकती है



    10. राज्य शासन अनु. जनजाति छात्रवृत्ति

    पहली से 10 वीं तक कुल 5 हजार 650 रु. मिलते हैं



    11. पोस्टमैट्रिक अनु. जनजाति छात्रवृत्ति

    11वीं और 12 वीं के लिए दो साल में 7 हजार 600 रु.



    12. प्री मैट्रिक राज्‍य छात्रवृत्ति

    9वीं और 10 वीं की छात्राओं के लिए दो साल में 2600 रु.



    13. मेधावी विद्यार्थी पुरस्कार योजना

    10 वीं के टॉपर को 51 हजार, सेकंड टॉपर को 40 हजार

    थर्ड टॉपर को 30 हजार, फोर्थ टॉपर को 15 हजार 

    पांचवें टॉपर को 10 हजार और छठवें टॉपर को 10 हजार

    12वीं के छात्रों के लिए भी यहीं राशि है

    यानी सरकार 10 वीं और 12 वीं के छह टॉपर्स को 1 लाख 2 हजार रु. देती है



    14. सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना

    यूपीएससी की प्रीलिम्स योजना के लिए 40 हजार रु. मेन्स के लिए 60 हजार, इंटरव्यू सिलेक्शन पर 50 हजार रु. यानी एक छात्र को मिलते हैं डेढ़ लाख रु.

    एमपीपीएससी के लिए प्रीलिम्स में 20 हजार, मेन्स में 30 हजार, इंटरव्यू सिलेक्शन पर 25 हजार यानी 75 हजार रु.



    15. राज्‍य छात्रवृत्ति योजना

    कक्षा 1 से 8 तक कुल राशि मिलती है 3 हजार 50 रु.



    16. केन्‍द्र प्रवर्तित प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति

    कक्षा 9 से 10 दो साल के लिए दिए जाते हैं 12 हजार 500 रु.



    17. विज्ञान एवं सामयिक विषय लेने के लिए प्रोत्साहन योजना

    11वीं में साइंस में एडमिशन लिया तो 2 हजार रु.

    फिजिक्स, केमेस्ट्री, मैथ्स, बॉयो लेने पर 3 हजार रु. यानी कुल 5 हजार रु.



    18. सिविल सर्विस की तैयारियों के लिए कोचिंग

    कोचिंग के लिए 2 लाख रु. पुस्तकों के लिए 15 हजार रु.

    रहने, खाने-पीने के खर्च के लिए 12 हजार 500 रु. हर महीने

    ये डेढ़ साल के लिए दिया जाता है यानी कुल राशि 2 लाख 25 हजार और 

    इस तरह से कुल पैसा दिया जाता है 4 लाख 40 हजार रु.




    --ओबीसी और अल्पसंख्यक वर्ग से महिला--



    अब ओबीसी और अल्पसंख्यक वर्ग से महिला आती है तो उसे 27 लाख रु. की योजनाओं का लाभ मिलता है। कौन सी योजनाएं है, वो भी आपको बताते हैं:



    1. अल्पसंख्यक मेरिट कम मींस छात्रवृत्ति योजना

    1 हजार रु. 10 महीने के लिए यानी 10 हजार रु.



    2. पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति (अल्पसंख्यक)

    11 वीं, 12 वीं, यूजी और पीजी के स्टूडेंड्स के लिए

    एडमिशन, ट्यूशन फीस, रखरखाव इस पर तीन साल में 43 हजार 150 रु.



    3. पिछड़ा वर्ग विदेश अध्ययन छात्रवृति योजना

    विदेश में पढ़ाई के लिए 10 छात्रों का चयन होता है

    सालाना निर्वाह भत्ता 7 हजार 700 यूएस डॉलर

    इंग्लैड में पढ़ाई के लिए 5 हजार पाउंड

    आकस्मिक भत्ता -500 यूएस डॉलर्स, इंग्लैड के लिए 325 पाउंड सालाना

    हवाई यात्रा का खर्च मिलाकर एक कुल 6 लाख 81 हजार रु. 



    4. पिछड़ा वर्ग पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति योजना 

    इस योजना में ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट, एमफिल और पीएचडी पढ़ाई करने वालों को मिलते हैं 49 हजार 680 रु.



    5. पिछड़ा वर्ग विद्यार्थी मेधावी पुरस्कार योजना

    10 वीं टॉपर को 5 हजार रु.

    12 वीं टॉपर को 10 हजार रु.



    6. सिविल सर्विस प्रोत्साहन योजना

    यूपीएससी प्रीलिम्स के लिए 25 हजार, मेन्स के लिए 50 हजार

    इंटरव्यू सिलेक्शन के बाद 25 हजार रु.

    एमपीपीएससी की प्रीलिम्स के लिए 15 हजार रु.

    मेन्स के लिए 25 हजार रु. इंटरव्यू सिलेक्शन पर 10 हजार रु.

    इस तरह से 1 लाख रु. मिलते हैं



    7. पोस्ट मैट्रिक पिछड़ा वर्ग छात्रवृत्ति

    11 वीं और 12 वीं के लिए कुल 8 हजार रु. दिए जाते हैं



    8. राज्य शासन पिछडा वर्ग छात्रवृत्ति

    कक्षा 6 से 10 वीं तक कुल 1700 रु.

     


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