राजनांदगांव विधानसभा छत्तीसगढ़ की सबसे अहम सीटों में एक मानी जाती है...यह सीट अपनी राजनैतिक चेतना के लिए पहचानी जाती है... साहित्य क्षेत्र के बड़े हस्ताक्षर में से एक गजानन माधव मुक्तिबोध की कर्मभूमि भी यही शहर था..राजनांदगांव को छत्तीसगढ़ की संस्कारधानी कहा जाता है... इस सीट का अस्तित्व 1952 से है...यह सामान्य सीट है...इस सीट पर सबसे पहले विधायक आरके शुक्ल थे..यहां से पूर्व सीएम रमन सिंह विधायक है..इस इलाके में कांग्रेस के आने के बाद से विकास रुकने के दावे बीजेपी कर रही है.. तो वहीं कांग्रेस इसे झूठे आरोप बता रही है...साल 2023 में जनता किसे चुनेगी और किसे जाएगी भूल जानने के लिए देखिए....