JAIPUR. विधानसभा चुनावों की रणनीति तय करने और संगठन से जुड़े मुद्दों को लेकर आज कांग्रेस मुख्यालय दिल्ली में अहम बैठक बुलाई गई है। पिछले सप्ताह से ही लगातार कयासों का दौर चलता रहा है। सीएम अशोक गहलोत के घायल होने से जो फैसले पिछले सप्ताह ही होने की उम्मीद जताई जा रही थी, वह इस सप्ताह होने के आसार हैं। सचिन पायलट को लेकर भी आज दिल्ली में अहम फैसला हो सकता है। बैठक में करीब 20 वरिष्ठ नेताओं को बुलाया गया है।
इस बैठक में राजस्थान विधानसभा चुनावों की रणनीति के साथ सचिन पायलट के रोल को लेकर फैसला होने की संभावना है। सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच खींचतान मिटाकर एकजुट करने के हिसाब से इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है। सचिन पायलट को संगठन में पद देकर मेनस्ट्रीम में लाने के फार्मूला पर इस बैठक के बाद अमल होने की संभावना है। बता दें कि पिछले दिनों इसी तरह की बैठक छत्तीसगढ़ के मामले में हुई थी। छत्तीसगढ़ की बैठक के बाद टीएस सिंहदेव को उपमुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया गया था। अब राजस्थान की बारी है।
क्या हरीश चौधरी को मिलेगी बड़ी जिम्मेदारी
पिछले दिनों अचानक ही सक्रिय हुए विधायक और पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश चौधरी सचिन पायलट से भी मिले थे। चर्चाएं हैं कि हरीश चौधरी को राजस्थान में कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। संभावना जताई जा रही है कि उनको वर्तमान पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा की जगह राजस्थान का नया प्रदेशाध्यक्ष बनाया जा सकता है। उनके नाम पर सचिन पायलट की सहमति भी बताई जा रही है।
सीएम जुड़ेंगे वीसी से
राजस्थान के विधानसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर राहुल गांधी 1 जुलाई को बैठक लेने वाले थे, लेकिन उस वक्त कांग्रेस विधायकों की सालासर में होने वाले दो दिन के सम्मेलन का हवाला देकर इसे आगे खिसकाया। इसी बीच, सीएम अशोक गहलोत के पैर के अंगूठों में फ्रैक्चर होने के कारण विधायक और उम्मीदवारों के सम्मेलन को टाल दिया। आज होने वाली बैठक में सीएम अशोक गहलोत आज वीसी के माध्यम से वर्चुअली जुड़ सकते हैं। पूर्व प्रदेशाध्यक्ष होने के हिसाब से सचिन पायलट बैठक में शामिल हो सकते हैं। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, प्रभारी सुखिजंदर रंधावा और तीनों सहप्रभारी पिछले तीन दिनों से दिल्ली में ही हैं।