Jaipur. सीकर जिले की श्रीमाधोपुर सीट से कांग्रेस विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष दीपेंद्र सिंह शेखावत ने विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा एलान कर सबको चौंका दिया है। शेखावत ने सोशल मीडिया पर बयान जारी करते हुए कहा कि मैं अब चुनाव नहीं लडूंगा। दीपेंद्र सिंह शेखावत सचिन पायलट गुट के नेता माने जाते हैं।
सोशल मीडिया पर बयान जारी
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और श्रीमाधोपुर से कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत ने सोशल मीडिया पर बयान जारी करते हुए कहा कि, “जनता ने मेरा समय- समय पर साथ और समर्थन किया है। इसके लिए मैं श्रीमाधोपुर की जनता का सदैव आभारी रहूंगा। इसके आगे शेखावत ने कहा कि दाे सालों से स्वास्थ्य खराब होने के कारण मैं आप लोगों के बीच उपस्थित नहीं रह पाया। अब मैं चार- पांच महीने के लिए विधायक हूं, तो अब आप लोगों के बीच रहूंगा। बाद में आचार संहिता लग जाएगी। आप लोग मुझे बहुमत से चुनाव जिताने की बात कर रहे हैं, पर अब मैं आगे चुनाव नहीं लड़ूंगा।”
विधायक का ट्वीट देखें…
मेरा परिवार श्रीमाधोपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता ने जो समय समय पर साथ व समर्थन दिया है, इसके लिए मैं आपका सदैव आभारी रहूंगा।
मैं अब चुनाव नही लडूंगा।#DeependraSinghSMDPR#ShriMadhopur #Ajitgarh pic.twitter.com/TXl2Tss8ih
— Deependra Singh Shekhawat (@DeependraSMDPR) June 21, 2023
बेटा लड़ सकता है चुनाव
श्रीमाधोपुर से कांग्रेस विधायक शेखावत लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि उनके पुत्र बालेंदु सिंह चुनाव में ताल ठोक सकते हैं। बालेन्दु सिंह शेखावत भी सचिन पायलट के समर्थक माने जाते हैं। पिछले दिनों दीपेंद्र सिंह शेखावत से सचिन पायलट ने मुलाकात की थी और उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना भी की थी। वहीं, 20 जून को ही शेखावत का जन्मदिन भी था। उनके इस फैसले की सियासी हलको में चर्चाएं हैं।
हेमराम चौधरी भी कर चुके हैं एलान
मालूम हो कि इससे पहले वन मंत्री हेमराम चौधरी ने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा की थी। बाड़मेर के गुडामालानी से 6 बार विधायक रह चुके हेमाराम चौधरी कई बार चुनाव नहीं लड़ने की बात कह चुके हैं। उल्लेखनीय है कि दीपेंद्र सिंह शेखावत और हेमाराम चौधरी सचिन पायलट समर्थक माने जाते हैं। ऐसे में दोनों नेताओं का चुनाव नहीं लड़ना पायलट कैंप के लिए सियासी तौर पर तगड़ा झटका माना जा रहा है।
इधर बीडी कल्ला बाेले- “अभी ताे मैं जवान हूं”
दूसरी ओर सीएम अशाेक गहलाेत गुट के सीनियर सदस्य शिक्षा मंत्री और बीकानेर से विधायक बीडी कल्ला साफतौर पर कहते हैं कि मेरे यहां काेई भी युवा चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं है। बीजेपी में ताे काेई है ही नहीं… जाहिर है कल्ला इस बार भी चुनाव मैदान में ताल ठाेकेंगे।
बीडी कल्ला का बयान देखें…
#Rajasthan के शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला मैदान छोड़ने को तैयार नहीं। कल्ला ने जयपुर में कहा- मेरी सीट पर कोई नौजवान तैयार ही नहीं है… कांग्रेस क्या, बीजेपी में कोई नहीं है… सुनिए क्या बाेले
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— TheSootr (@TheSootr) June 22, 2023
दबाव गहलाेत गुट पर…
11 जून काे सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट की श्रद्धांजलि सभा के दाैरान राजस्थान में सियासी भूचाल उठा था। उस दाैरान भी यह मुद्दा जाेर से उठा था कि ज्यादा उम्र के नेताओं काे अब नई उम्र के युवा नेताओं काे माैका देना चाहिए। यहां तक कि राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने भी बयान देकर राजनीति काे गरमा दिया था।