BHOPAL. महिला रिजर्वेशन बिल के पास होते ही OBC आरक्षण पर पार्टी से अलग रुख रखने वाली उमा भारती कुछ बड़ा करने वाली हैं। उमा भारती ने 21 सितंबर को भोपाल के OBC नेताओं के साथ बैठक की और ट्वीट कर बताया कि वे 23 सितंबर को भोपाल में ही एक बड़ी बैठक करने जा रही हैं। पूर्व सीएम उमा भारती के इस कदम के कई मायने निकाले जा रहे हैं। पार्टी लाइन से इतर जाते उनके रुख को देखते हुए BJP नेतृत्व के कान खड़े हो गए हैं।
क्या ये OBC समुदाय की लामबंदी है
लंबे समय से लगभग राजनीतिक वनवास काट रहीं उमा भारती वैसे तो अपने समय की फायर ब्रांड नेता रही हैं, मगर इन दिनों नेपथ्य में हैं। पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से तो उनको मेल वैसे ही नहीं बैठता, प्रदेश में भी कुछ खास नहीं जम रही। ऐसे में उमा भारती भी प्रदेश में नए सिरे से खुद को खड़ा करने की कोशिश में हैं। केंद्र द्वारा महिला आरक्षण बिल पास होने का तो उमा भारती स्वागत कर रही हैं मगर OBC कोटा शामिल हुए बिना इसे अधूरा ही बता रही हैं। इस मामले में वैसे भी पूरे देश का ओबीसी समुदाय एकजुट हो रहा है। ऐसे में OBC समुदाय की लामबंदी करने का बड़ा मौका है।
ट्वीट में क्या लिखा उमा ने
OBC नेताओं के साथ बैठक के बाद उमा भारती ने ट्वीट कर लिखा कि राज्यसभा में भी महिला आरक्षण बिल पूर्ण बहुमत से पारित हो गया। हमारी पार्टी की सरकार ने इसको जिस भी रूप में पारित किया वह आज स्वीकार है, किंतु पार्टी की मर्यादा में रह कर लोकतांत्रिक तरीके से जब तक यह विधेयक लागू नहीं होता, तब तक ओबीसी आरक्षण के संशोधन के लिए दृढ़निश्चयी बने रहेंगे।
अब पिछड़े वर्गों को स्थान देने के लिए एक और संशोधन का मार्ग निकालना है। इसलिए भोपाल शहर और उसके आसपास के पिछड़े वर्ग के प्रमुख नेताओं के साथ विचार-विमर्श हुआ। 23 सितंबर को एक और बड़ी बैठक बुलाने का फैसला हुआ है। यह आरक्षण संविधान में विशेष संशोधन है तो देश की 60% आबादी ओबीसी के लिए एक संशोधन और किया जा सकता है। हम सभी अपनी तपस्या एवं मोदी जी पर अपना विश्वास बनाये रखें।