मुंबई. आज यानी 14 मार्च को एक्टर आमिर खान 57 साल के हो गए। 2 साल बाद अपने फैंस के बीच अपना जन्मदिन मनाने जा रहे आमिर ने खुफिया इनपुट के बाद सालगिरह के जश्न की जगह बदल दी है। पहले वे बर्थडे मीडिया के मित्रों के साथ बांद्रा वेस्ट स्थित अपने घर में ही मनाने वाले थे, लेकिन कोरोना की तीसरी लहर के हाल ही में खत्म होने और सुरक्षा के लिहाज से आमिर का घर इस कार्यक्रम के लिए मुफीद ना होने के चलते ये कार्यक्रम ऐन मौके बदल दिया गया। प्रोग्राम अब उनके घर के पास स्थित एक 5 स्टार होटल में कर दिया गया है। आमिर खान ने पहले अपने बर्थडे पर केक काटने का वक्त दोपहर 12 बजे रखा था। अब इसमें भी बदलाव किया गया है।
14 मार्च 1965 को जन्मे आमिर खान से इस दौरान अपनी महत्वाकांक्षी फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ के बारे में भी दिलचस्प खुलासे करने की उम्मीद की जा रही थी। ये फिल्म इसी साल 11 अगस्त को रिलीज हो रही है।
आमिर को दी सलाह: 13 मार्च की शाम आमिर लोगों के लिए अपने घर के दरवाजे खोलने की तैयारियां कर रहे थे, तभी उन्हें सलाह दी गई कि वक्त, मौका और नजाकत को देखते हुए ये कार्यक्रम घर पर करना ठीक नहीं रहेगा। इसी को देखते हुए देर रात आमिर की सालगिरह का जश्न पांच सितारा होटल में शिफ्ट कर दिया गया। ये पूरा कार्यक्रम होटल के भीतर होने के चलते स्थानीय प्रशासन को इस दौरान भीड़ नियंत्रित में दिक्कतों का सामना कम करना पड़ सकता है।
आमिर की महत्वाकांक्षी फिल्म: फिल्म लाल सिंह चड्ढा आमिर खान के निजी और व्यावसायिक जीवन की अहम घटना मानी जा रही है। ऑस्कर विजेता हॉलीवुड फिल्म ‘फॉरेस्ट गम्प’ के ऑफिशियल रीमेक के तौर पर बन रही इस फिल्म को लेकर आमिर पिछले 5 साल से एक्टिव हैं। फिल्म की मेकिंग के दौरान कभी वह इसकी लोकेशन्स को लेकर सोशल मीडिया पर ट्रोल हुए तो इसी दौरान अपनी दूसरी पत्नी किरण राव से अलग होने का ऐलान भी उन्होंने भी किया। आमिर ने बीते साल इस फिल्म पर ही अपना पूरा ध्यान लगाने के लिए सोशल मीडिया से दूरी बना ली थी और लंबे समय तक उन्होंने अपना मोबाइल फोन भी बंद रखा।
35 सालों का सफर: आमिर खान ने 1987 में फिल्म कयामत से कयामत तक से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। फिल्म को उनके चाचा मंसूर खान ने डिरेक्ट किया था। हालांकि, आमिर यादों की बारात में चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर नजर आ चुके थे। ‘कयामत...’ के बाद आमिर की इमेज चॉकलेटी हीरो की बन गई और उन्होंने लवर बॉय के रूप में कई फिल्में (दिल, तुम मेरे हो, दिल है कि मानता नहीं) कीं। आमिर कॉमेडी (अंदाज अपना-अपना) भी अच्छी कर लेते हैं। सरफरोश, लगान और दिल चाहता है जैसी फिल्मों से उन्होंने ट्रैक बदला। इसके बाद वे दो-ढाई साल में एक फिल्म लाने लगे। आमिर फिल्म के लिए पूरी तरह किरदार में ढलते हैं चाहे गजनी हो या दंगल। दंगल में एक पिता के रोल के लिए उन्होंने वजन बढ़ाया और फिर घटा भी लिया।