Mumbai. बिजनेसमैन और शिल्पा शेट्टी (Shilpa Shetty) के पति राज कुंद्रा (Raj Kundra)की परेशानी कम होने की बजाए बढ़ती जा रही है। पोर्न रैकेट के मामले में ईडी (प्रवर्तन निर्देशालय) ने मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है। गौरतलब है कि, इस मामले में क्राइम ब्रांच ने राज कुंद्रा को पिछले साल 20 जुलाई को गिरफ्तार (arrest)किया था। हांलाकि वे फिलहाल जमानत पर बाहर हैं। कुंद्रा पर हॉटशॉट्स नाम के ऐप के जरिए अश्लील फिल्में बनाने का आरोप है। इस मामले में ईडी अब एक्ट्रेस और उनके पति दोनों से जल्द पूछताछ कर सकती है। ED की जांच में सामने आया है कि राज कुंद्रा की कंपनी (company)में 13 अलग-अलग अकाउंट से पैसे भेजे गए हैं। ये कमाई पोर्न फिल्मों से हुई थी। बताया जा रहा है कि, कुंद्रा ने साल 2019 में आर्म्स प्राइम मीडिया लिमिटेड नाम की एक कम्पनी बनाई थी, और हॉटशॉट्स नाम के एप को डेवलप किया। इस होटशॉट्स एप को राज कुंद्रा ने ब्रिटेन (britain) की केनरिंन नाम की कम्पनी को 25 हजार डालर में बेच दिया था। इस मामले में पुलिस ने राज कुंद्रा समेत 10 लोगों को आरोपी बनाया है। सभी के खिलाफ चार्जशीट भी दायर हो चुकी है। राज की गिरफ्तारी से पहले फरवरी 2021 में इस मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया था। ये आरोपी पॉर्न फिल्में (porn movies)बनाते थे और लोगों को फिल्मों और वेब सीरीज (web series)में काम दिलाने का वादा करके ठगी करते थे।
इस तरह से की जाती थी कमाई
हॉटशॉट्स पोर्न मूवी का एक प्लेटफार्म था। इसके जरिए पोर्न मूवी को बनाकर इसे ऐप पर अपलोड किया जाता था। इसके बाद इसे देखने के सब्सक्रिप्शन बेचे जाते थे। सब्सक्राइबर के जरिए होने वाली मोटी कमाई की रकम को मेंटेनेंस के नाम पर ट्रांजैक्शन राज कुंद्रा की कंपनी विहान में किए जाते थे। इस तरह पोर्न फिल्मों से कमाई का पैसा UK से घूमते हुए मेंटेनेंस के नाम पर राज कुंद्रा की कम्पनी के एकाउंट में आता था। राज कुंद्रा और उनकी कंपनी वियान से जुड़े सभी बैक अकाउंट में पोर्न मूवी से कमाई के हाई वॉल्यूम ट्रांजेक्शन मिले हैं। ये पैसे 13 बैंक अकाउंटस के जरिए ट्रांसफर किए जाते थे।
ऐसे शूट किए जाते थे न्यूड सीन
शूटिंग के दौरान,आरोपी अभिनेत्रियों से अलग स्क्रिप्ट के लिए शूट करने के लिए कहते थे और उन्हें न्यूड सीन शूट करने के लिए भी कहा जाता था। अगर कोई एक्ट्रेस मना करती थी तो कथित तौर पर उन्हें धमकी दी जाती थी, फिर शूटिंग का खर्चा भी मांगा जाता था। आरोप है कि इन न्यूड क्लिप्स को एक ऐप पर अपलोड किया जाता था। ये ऐप सब्सक्रिप्शन-आधारित थे। सब्सक्राइबर्स को कंटेंट देखने के लिए निश्चित पैसे देने पड़ते थे।
इन धाराओं में केस दर्ज
IPC धारा 292, 296 - अश्लील सामग्री बनाना और बेचना
धारा 420 - विश्वासघात, कपट,
सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 67, 67 (ए) - इलेक्ट्रॉनिक रूप में अश्लील सामग्री डालना और प्रसारित करना
महिलाओं का अविवेकपूर्ण प्रतिनिधित्व (निषेध) अधिनियम, धारा 2 (जी) 3, 4, 6, 7 - महिलाओं से संबंधित अश्लील फिल्म बनाना, बेचना और प्रसारित करना।