अफगानिस्तान पर तालिबान ने पूरी तरह से कब्जा कर लिया है । तालिबान को आधिकारिक तौर पर भारत ने कभी मान्यता नहीं दी है। भारत के हमेशा से ही अफगानिस्तान के साथ बेहतर संबंध रहे है। ये भारतीय सिनेमा में भी बखूबी दिखाई देता है। आइए जानते हैं अफगानी धरती पर बनीं कुछ भारतीय फिल्मों के बारे में-
धर्मात्मा-
अफगानिस्तान में शूट होने वली पहली हिंदी फिल्म है धर्मात्मा। 1975 में यह फिल्म फिरोज खान ने बनाई थी। फिल्म में लीड एक्टर्स हेमा मालिनी और फिरोज खान थे। फिल्म का एवरग्रीन सॉन्ग 'क्या खूब लगती हो बड़ी सुंदर दिखती हो' अफगानिस्तान के 'बामियान बुद्ध' में शूट किया गया था। इसे बाद में तालिबान में तबाह कर दिया।
खुदा गवाह-
श्रीदेवी और अमिताभ बच्चन स्टारर फिल्म खुदा गवाह भारत के साथ-साथ अफगानिस्तान में भी काफी पॉपुलर रही है। 1991-92 में अफगानिस्तान के मजार-ए-शरीफ में फिल्म की शूटिंग की थी। शूटिंग के समय तत्कालीन राष्ट्रपति मोहम्मद नजीब्बुल्लाह ने सुरक्षा के इंतजाम किए थे। उन्होंने देश की आधी एयरफोर्स बिग बी की सुरक्षा में लगा दी थी। बाद में 1996 में अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान ने राष्ट्रपति मोहम्मद नजीब्बुल्लाह को बड़ी बेरहमी से पीटकर काबुल के एक चौक में एक खंभे से लटका दिया था।
काबुल एक्सप्रेस-
जॉन अब्राहम और अरशद वारसी स्टारर फिल्म काबुल एक्सप्रेस की शूटिंग काबुल में की गई थी। 2006 में जब तालिबान की दहशत थोड़ी कम हो गई थी उस वक्त इस फिल्म की शूटिंग हुई थी। मगर तालिबान ने शूटिंग के दौरान फिल्म की पूरी टीम को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी।
एजेंट विनोद-
श्रीराम राघवन के निर्देशन में बनी फिल्म एजेंट विनोद के भी कुछ शुरुआती सीन्स अफगानिस्तान में शूट किए गए थे। फिल्म 2012 में रिलीज हुई थी। फिल्म के लीड एक्टर्स सैफ अली खान और करीना कपूर थे।
तोरबाज-
संजय दत्त और नरगिस फाखरी स्टारर फिल्म 2020 में रिलीज हुई थी। फिल्म की कहानी अफगानिस्तान के रिफ्यूजी कैंप में रह रहे बच्चों पर आधारित है। फिल्म के कुछ सीन्स की शूटिंग अफगानिस्तान में ही की गई थी।