Mumbai. अपने दमदार एक्टिंग के लिए मशहूर हुए बॉलीवुड (Bollywood) अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी (Nawazuddin Siddiqui) को इंटरनेशनल अवॉर्ड (International Award) से सम्मानित किया गया है। नवाजुद्दीन आज जिस मुकाम पर हैं, उसके लिए उन्होंने बहुत मेहनत की है। उन्होंने अपने जीवन में बहुत संघर्ष किया है। उनकी लाइफ में एक समय ऐसा भी था जब उनको अपना घर चलाने के लिए वॉचमैन (watchman) की नौकरी करने पड़ी थी। उनकी जिंदगी में कई मुश्किलें आईं, लेकिन उन्होंने हर मुश्किल का सामना किया। आज ये उसी का नतीजा है कि वे हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता हैं। नवाजुद्दीन कई अवॉर्ड्स (awards) से सम्मानित हो चुके है।
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इन्होंने दिया ये पुरस्कार
नवाजुद्दीन को फ्रेंच रिवेरा फिल्म फेस्टिवल (French Riviera Film Festival) में इंटरनेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। ये अवॉर्ड उन्हें एमी अवॉर्ड विनर अमेरिकी (American) एक्टर विंसेंट डी पॉल (Vincent de Paul) ने दिया है। ये मुकाम हासिल कर उन्होंने एक बार फिर देश का मान बढ़ाया है। 'फ्रेंच रिवेरा फिल्म फेस्टिवल' में आकर नवाजुद्दीन ने दुनियाभर के सितारो के साथ गले मिले। नवाजुद्दीन की एक फोटो सोशल मीडिया (social media) पर सामने आई है, जहां वे तुर्की के एक्टर कैंसेल एलसिन को गले लगाते नजर आ रहे है।
कान फिल्म फेस्टिवल में भी चमक बिखेरी
नवाजुद्दीन कान फिल्म फेस्टिवल (Cannes Film Festival) में भी अपनी नजर आ चुके हैं। उन्हें इस इवेंट में भी अवॉर्ड लेने के लिए चुना जा चुका है। नवाजुद्दीन को ‘स्क्रीन इंटरनेशनल’ (Screen International) के एडिटर निगेल डेली और कई अवॉर्ड विनिंग पोलिश डायरेक्टर जारोस्लाव मार्सजेवस्की के साथ बातचीत करते हुए भी देखा गया।
नवाजुद्दीन का वर्कफ्रंट
नवाजुद्दीन जल्द ही टीकू वेड्स शेरू, नूरानी चेहरा, रोम रोम में, बोले चूड़ि और अद्भुत में नजर आने वाले हैं। 'टीकू वेड्स शेरू' में नवाजुद्दीन के साथ अवनीत कौर दिखेंगी।
फिल्म सरफरोश में मिला था पहला मौका
नवाजुद्दीन का जन्म 19 मई 1974 को मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) के बुढ़ाना गांव में हुआ। वे 8 भाई-बहनों में सबसे बड़े थे। उनके सिर पर घर की बहुत सारी जिम्मेदारिया थी। इस वजह से उन्हें वॉचमैन की भी नौकरी करनी पड़ी। इसके अलावा उन्होंने कई छोटे-मोटे काम भी किए। नवाजुद्दीन नौकरी के दिनों में अपने साथियों के साथ नाटक देखने जाया करते थे। वे बचपन से ही एक्टर (actor)बनना चाहते है। 1999 में नवाजुद्दीन एक्टर बनने के लिए मुंबई आ गए। मुंबई में नवाजुद्दीन को फिल्म सरफरोश (Sarfarosh ) में एक छोटा सा रोल प्ले करने का मौका मिला। इसके बाद नवाजुद्दीन को शूल, जंगल और मुन्नाभाई एमबीबीएस समेत कई अन्य फिल्मों में भी छोटे-मोटे रोल मिले। तीन साल नवाजुद्दीन के लिए बेहद खराब रहे। फिल्मों में उन्हें काम तो मिल रहा था, लेकिन उन पैसों से घर चलाना उन के लिए काफी मुश्किल था। एक समय ऐसा भी आया जब नवाजुद्दीन घर का किराया तक नहीं दे सके। इसके बाद वे एनएसडी के सीनियर से साथ रहने लगे। हालांकि सीनियर ने उन्हें इसी शर्त पर रखा कि वे उनका खाना बनाएंगे। 2010 में नवाजुद्दीन की रिलीज हुए फिल्म पीपली लाइव (Peepli Live) से उन्हें देशभर में पहचान मिली और अब उन्हें देश और विदेश में बहुत पसंद किया जाता है।