New Delhi. पंजाब के मानसा में रविवार यानी 29 मई की शाम तक सब सामान्य था, लेकिन एक काली महिंद्रा थार पर 3 गाड़ियों में मौजूद बदमाश ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे। कोई कुछ समझ पाता, इससे पहले बदमाश वहां से भाग गए। बाद में जब लोगों ने पास जाकर देखा तो सबकी आंखे खुली रह गईं। गाड़ी की ड्राइविंग सीट पर सिंगर सिद्धू मूसेवाला मौजूद थे, जिन्हें बदमाशों ने गोलियों से भून दिया था। गाड़ी के शीशे गोलियों की वजह से चकनाचूर हो चुके थे। गाड़ी के परखच्चे उड़ गए थे। सिद्धू बिल्कुल बेसुध पड़े थे, शरीर के कई अंगों से खून निकल रहा था.
सिंगर के साथ में दो और लोग मौजूद थे, जो घायल थे. मूसा मनसा जिले में पड़ने वाला गांव है, इसी के नाम पर शुभदीप सिंह ने अपना नाम बदलकर सिद्धू मूसेवाला रख लिया था।
पिता भी पीछे आ रहे थे, पर बेटा मारा जा चुका था
सिद्धू मूसेवाला पर हमला किसने किया, यह अब तक साफ नहीं था। इस बीच कुछ सीसीटीवी फुटेज सामने आईं। इसमें पता चला कि एक बोलेरो गाड़ी समेत तीन कार सिद्धू की कार के आगे पीछे थीं, उनमें से दो गाड़ियों ने आगे से सिद्धू मूसेवाला की गाड़ी को रोका, फिर तीनों कारों से उतरे लोगों ने गोलियों की बारिश कर दी। सिद्धू के पिता बलकौर सिंह दूसरी गाड़ी में पीछे ही आ रहे थे, लेकिन जब तक वह बेटे के पास पहुंचे तो बहुत देर हो चुकी थी। सिद्धू के पिताजी ने बताया कि उनका बेटा दो दोस्तों के साथ थार गाड़ी में बिना सिक्योरिटी के, बुलेट प्रूफ कार के बिना निकला था।
पिता को बेटे की चिंता हुई। वह सिक्योरिटी गार्ड्स को लेकर दूसरी गाड़ी में सिद्धू के पीछे गए। उन्होंने सिद्धू का पीछा करती कारें देखीं। हमलावरों को भागते भी देखा था। उन्होंने ही हमले के बाद चीख-पुकार करके लोगों को इकट्ठा किया जो सिद्धू समेत तीनों को हॉस्पिटल लेकर गए। सिद्धू को मृत घोषित कर दिया गया।
लॉरेंस बिश्नोई ने ली जिम्मेदारी
इसी बीच पंजाब बेस्ड गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के एक फेसबुक पेज ने हमले की जिम्मेदारी ली। कहा गया कि सिद्धू की हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस और उनका भाई गोल्डी बराड़ लेते हैं। लॉरेंस कुख्यात गैंगस्टर है जो फिलहाल तिहाड़ जेल में है। उसके करीब 700 गुर्गे हैं। वहीं, गोल्डी कनाडा बेस्ट गैंगस्टर है।
AN-94, 8-10 हमलावर, 30 से ज्यादा गोली चलीं
पुलिस ने बताया कि हमले में 3 हथियारों का इस्तेमाल किया गया, ये हथियार कौन-कौन से थे, इनकी जांच जारी है। सूत्रों ने बताया कि हमले में इस्तेमाल एक हथियार AN-94 असॉल्ट राइफल थी। पुलिस की मानें तो ये पहली बार है, जब पंजाब के गैंगवार में AN-94 राइफल का इस्तेमाल किया गया। 8 से 10 हमलावरों ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया था। उन्होंने 30 से 35 गोलियां चलाई थीं, जिसमें से 8 गोली सिद्धू को लगीं।
पिता ने लगाए आरोप
मानसा पुलिस ने सिद्धू के पिता बलकौर सिंह के बयान पर हत्या की एफआईआर दर्ज की है। बलकौर ने बताया है कि उनके बेटे को अक्सर गैंगस्टर रंगदारी टैक्स वसूलने के लिए धमकियां दिया करते थे। गैंगस्टर लॉरेंस की गैंग से भी फोन आते थे।
गैंग्स के बीच दुश्मनी ने ली सिद्धू की जान?
सिद्धू मूसेवाला की हत्या में उत्तर भारत के अलग-अलग गैंग्स के बीच दुश्मनी की पेचीदा कहानी छिपी है। उसके कत्ल की साजिश तिहाड़ जेल में रची गई। साजिश को अंजाम तक पहुंचाने के लिए तिहाड़ में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की कनाडा में बैठे दूसरे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ से फोन पर बात हुई। फिर रेकी की गई और शार्प शूटर्स का इंतजाम किया गया और फिर घात लगा कर सिद्धू की हत्या कर दी गई।
अब तक की छानबीन में पता चला है कि तिहाड़ में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने ही इस मर्डर की साजिश रची और इसके लिए उसने कनाडा में मौजूद अपने साथी गोल्डी बराड़ के साथ जेल से ही वर्चुअल नंबरों के जरिए कई बार बात की। अब पंजाब पुलिस तिहाड़ जेल में बंद पंजाब के गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई को रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की तैयारी में है, ताकि इस मर्डर केस के बारे में और गहरी जानकारी मिल सके और मर्डर का मोटिव और साफ हो सके। पुलिस ने मानसा से ही छह संदिग्ध लोगों को गिरफ़्तार किया है, जिनसे मूसेवाला मर्डर केस में पूछताछ की जा रही है।
अब सवाल यह भी उठता है कि लॉरेंस बिश्नोई ने सिद्धू की हत्या करवाई क्यों? इसके पीछे 7 अगस्त 2021 को हुए विक्की मिद्दुखेड़ा मर्डर को वजह बताया जा रहा है, जिसका बिश्नोई गैंग बदला लेना चाहता था। विक्की लॉरेंस का करीबी था। दविंदर बंबीहा गैंग ने उसका मर्डर करवा दिया था। आरोप है कि मिड्डूखेड़ा हत्याकांड में शामिल शूटरों को मूसेवाला ने पनाह दी थी, जिसका बदला बिश्नोई गैंग ने लिया।