आमिर खान की सितारे जमीन पर का ट्रेलर रिलीज, सोशल मैसेज और ह्यूमर से भरपूर है फिल्म की स्टोरी
आमिर खान की फिल्म 'सितारे जमीन पर' का ट्रेलर रिलीज हो चुका है। यह फिल्म स्पेशल बच्चों के साथ एक इंस्पिरेशनल और दिल छूने वाली कहानी प्रेजेंट करती है। जानिए ट्रेलर के बारे में सब कुछ।
आमिर खान की मच अवेटेड फिल्म 'सितारे जमीन पर' का ट्रेलर हाल ही में रिलीज हो गया है। यह फिल्म 2007 में आई उनकी फिल्म 'तारे जमीन पर' का स्पिरिचुअल सीक्वल है, जो दर्शकों के दिलों को फिर से छूने के लिए तैयार है। इस ट्रेलर में आमिर खान का खास अंदाज और स्पेशल बच्चों के साथ उनका मजेदार और इंस्पिरेशनल जर्नी दिखाया गया है।
फिल्म की स्टोरी और एक्टिंग
फिल्म 'सितारे जमीन पर' की कहानी एक बास्केटबॉल कोच की है, जो स्पेशल बच्चों को ट्रेनिंग देता है। फिल्म के डायरेक्टर आर.एस. प्रसन्ना हैं, जिन्होंने इससे पहले 'शुभ मंगल सावधान' जैसी शानदार फिल्म बनाई थी।
इस फिल्म में आमिर खान के साथ जेनेलिया देशमुख भी मेन रोल में नजर आएंगी। इस बार उन्होंने कॉमेडी के जरिए एक शक्तिशाली सामाजिक संदेश दिया है।
आमिर खान के साथ फिल्म में जेनेलिया देशमुख और कई नए कलाकार हैं, जो स्पेशली एबल्ड बच्चों के तौर पर दिखाई देंगे। इन कलाकारों ने अपनी भूमिका को बेहद वास्तविक और प्रभावशाली तरीके से निभाया है।
आमिर के प्रोडक्शन हाउस के तहत निर्मित इस फिल्म में 10 नए चेहरे लॉन्च किए गए हैं। इनमें अरूष दत्ता, गोपी कृष्ण वर्मा, आयुष भंसाली, आशीष पेंडसे, और ऋषि शहानी शामिल हैं। फिल्म का म्यूजिक शंकर-एहसान-लॉय ने दिया है और इसके लिरिक्स अमिताभ भट्टाचार्य ने लिखे हैं।
फिल्म का मेन मैसेज 'सबका अपना अपना नॉर्मल' है, जो समाज के हर सोशल क्लास को इक्वल ओप्पोर्तुनिटी और अंडरस्टैंडिंग प्रोवाइड करने की बात करता है।
इस फिल्म के माध्यम से आमिर खान ने स्पेशल बच्चों के लिए समाज में एक पॉजिटिव चेंज लाने की कोशिश की है। यह फिल्म 20 जून 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी और ऑडियंस को इंस्पिरेशनल और कैप्टिवटिंग स्टोरी देखने का मौका मिलेगा।
ट्रेलर क्यों है इतना खास
क्लासिक अंडरडॉग कहानी: फिल्म में विकलांग बच्चों की टीम के जरिए एक दिल छूने वाली कहानी दिखायी जा रही है, जो निश्चित रूप से दर्शकों को प्रेरित करेगी।
दूसरों के प्रति संवेदनशीलता: फिल्म में आमिर खान का किरदार दर्शकों को यह सिखाएगा कि कैसे हमें अपने आस-पास के विशेष लोगों के लिए संवेदनशील होना चाहिए।
काबिलियत की पहचान: स्पेशली एबल्ड बच्चों को लेकर फिल्म में उनके वास्तविक अनुभवों को दिखाने की कोशिश की गई है, जो फिल्म को और भी सच्चा और ऑथेंटिक बनाता है।