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हिंदी सिनेमा ने कई बार पर्दे पर रियल लाइफ की स्टोरी दिखाई है। साथ ही कई बार सच्ची घटनाओं पर आधारित फिल्में बनाई गई हैं। हालांकि जब भी कोई सच्ची घटना पर्दे पर आई है तो उसे लोगों ने खूब पसंद किया है।
अब एक बार फिर से बड़े पर्दे पर ऐसा ही कुछ होने वाला है। फिल्म गोधरा: एक्सीडेंट या कॉन्सपिरेसी ( Godhra ) 19 जुलाई को बड़े पर्दे पर रिलीज होने वाली हैं।
गोधरा
गुजरात भारत का एक ऐसा शहर है, जिसे आमतौर पर उसके वास्तविक नाम के बजाय किसी घटना के नाम से जाना जाता है। लोग आमतौर पर गोधरा ( Godhra ) नाम को 2002 की गोधरा ट्रेन आगजनी की घटना से जोड़ते हैं।
अब उठेगा सच से पर्दा
फिल्म डायरेक्टर एम.के. शिवाक्ष की अपकमिंग फिल्म गोधरा: एक्सीडेंट या कॉन्सपिरेसी कभी ना भूलने वाली एक दर्दनाक घटना से पर्दा उठाएगी। एम.के. शिवाक्ष ने अपने इंस्टाग्राम पर एक लेटेस्ट पोस्ट शेयर किया है।
इस पोस्ट को शेयर करते हुए डायरेक्टर ने लिखा है कि हादसा या साजिश गोधरा 22 साल बाद सच से पर्दा उठाने जा रहा है। 2002 की दुखद घटना के पीड़ितों की वास्तविक कहानी हैं। आपको बता दें कि यह फिल्म न्याय के लिए पीड़ितों की लड़ाई की दर्द भरी कहानी को दिखाएगी। .
गोधरा कांड कैसे हुआ?
फिल्म में वकील की भूमिका निभा रहे रणवीर शौरी कोर्ट में दलील देते नजर आए कि साबरमती ट्रेन को जलाया नहीं गया है, उसको जलने दिया गया। यह प्रशासन सिर्फ एक कहानी बता रहा है। अपनी गैरजिम्मेदारियों को कवर करने के लिए।
इसी के साथ रणवीर शौरी सवाल उठाते हैं, जब वह अटैक हुआ तो RPF कहां थी। गलती से जब उस ट्रेन में आ लग गई तो फायर ब्रिगेड कहां था। यह साजिश नहीं
क्या है कहानी
अगर इस फिल्म की कहानी की बात करें तो फिल्म के पुराने टीजर के मुताबिक इसके शुरू में एक जलती हुई ट्रेन ( साबरमती एक्सप्रेस ) की भयावह तस्वीरें दिखाई जाती हैं। यह जलती हुई ट्रेन गोधरा कांड की काली छाया को उजागर कर रही है।
इस वीडियो में कहा जाता है कि गुजरात दंगों का सत्य जानना है तो उसके लिए कारसेवकों की हत्या की कॉन्सपिरेसी को हमें समझना ही होगा। अभिनेता रणवीर शौरी वकील के किरदार में नजर आते हैं और कहते हैं कि साबरमती एक्सप्रेस में हुई घटना एक एक्सीडेंट थी। यह कोई कॉन्सपिरेसी नहीं थी।
गोधरा कांड क्या है
दरअसल, 27 फरवरी, 2002 को गुजरात के गोधरा स्टेशन से रवाना हुई साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन की एक बोगी में उन्मादी भीड़ ने आग लगा दी थी। इसमें 59 लोगों की मौत हो गई थी।
अहमदाबाद की ओर जा रही साबरमती एक्सप्रेस अभी गोधरा स्टेशन से चली ही थी कि किसी ने चेन खींचकर गाड़ी रोक दी थी और फिर पथराव के बाद ट्रेन के एक डिब्बे को आग के हवाले कर दिया गया था। जानकारी के मुताबिक ट्रेन में सवार लोग हिन्दू तीर्थ यात्री थे और अयोध्या से लौट रहे थे।
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